कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई लेकिन नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर नहीं लग सकी है। जिसके बाद कर्नाटक में कांग्रेस का चेहरा कौन होगा, सस्पेंस बरकरार है। कर्नाटक में कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के नाम का एलान होने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। आज शाम को बैठक होने से पहले डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के समर्थकों ने बेंगलुरु में जमकर नारेबाजी की। रात 8 बजे करीब बेंगलुरु में विधायक दल की बैठक भी हुई। माना जा रहा था कि इस बैठक के बाद सीएम के नाम का एलान किया जा सकता है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कांग्रेस विधायक दल (CLP) ने रविवार को सर्वसम्मति से एक संक्षिप्त प्रस्ताव पारित किया। इसमें कहा गया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ही कर्नाटक में विधायक दल का अगला नेता तय करेंगे। कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद एक लाइन के प्रस्ताव में कहा गया, ‘कांग्रेस विधायक दल सर्वसम्मति से यह तय करता है कि AICC अध्यक्ष को कांग्रेस विधायक दल का नया नेता नियुक्त करने के लिए अधिकृत किया जाता है। हालांकि इस बीच यह भी चर्चा है कि सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार कल दिल्ली का दौरा कर सकते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता चुनने के लिए वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था।
कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, सिद्धारमैया ने सीएलपी पार्टी के एक नए नेता की नियुक्ति के लिए एआईसीसी अध्यक्ष को अधिकृत करते हुए सिंगल-लाइन प्रस्ताव पेश किया और 135 कांग्रेस विधायकों ने सर्वसम्मति से उनके प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। डीके शिवकुमार ने भी इसका समर्थन किया है।राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीट जीतीं, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीट जीतीं।