भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम आज सुबह ज्ञानवापी पहुंची और सर्वे शुरू कर दिया है। वाराणसी कोर्ट ने शुक्रवार, 21 जुलाई को ज्ञानवापी में करने सर्वे करने की अनुमति दी थी। एएसआई ने सोमवार सुबह ज्ञानवापी परिसर पहुंचकर सर्वे का काम शुरू किया। वहीं दूसरी ओर मुस्लिम पक्ष ने इस फैसले के खिलाफ बहिष्कार का एलान किया है। ज्ञानवापी में सर्वे को लेकर वाराणसी में जबरदस्त हलचल है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि आज सावन का तीसरा सोमवार होने की वजह से वाराणसी में स्थित बाबा विश्वनाथ मंदिर से लेकर ज्ञानवापी तक भगवान भोले के भक्तों की आवाजाही है। ज्ञानवापी में शुरू हुए सर्वे को लेकर सैकड़ों श्रद्धालु शहर में भगवान भोले के जयकारे लगा रहे हैं। 20 से 30 सदस्य टीम ज्ञानवापी परिसर में पहुंची है। ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन समिति, अंजुमन इंतजामिया मस्जिद, ने काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे मस्जिद परिसर के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) सर्वेक्षण के लिए वाराणसी जिला अदालत के आदेश के खिलाफ याचिका का उल्लेख किया है। ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन समिति की ओर से पेश वरिष्ठ वकील हुज़ेफ़ा अहमदी ने वाराणसी जिला अदालत के आदेश पर रोक लगाने की मांग की। सुप्रीम कोर्ट के आदेश की।ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन समिति की ओर से पेश वरिष्ठ वकील हुजेफा अहमदी का कहना है कि मस्जिद परिसर का एएसआई सर्वेक्षण आज से शुरू हो गया है और हमारा अनुरोध है कि सर्वेक्षण को 2-3 दिनों के लिए टाल दिया जाए।
सुप्रीम कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से इस बारे में निर्देश लेने को कहा कि सर्वेक्षण के दौरान एएसआई कोई खुदाई कार्य कर रहा है या नहीं। शुरुआती 3 घंटे के सर्वे में फीता लेकर पूरे परिसर को नापा गया। 4 स्टैंड कैमरे परिसर के चारों कोने पर लगाए गए हैं। उसमें एक-एक एक्टिविटी रिकॉर्ड की जा रही है। तहखाने में अंधेरा ज्यादा होने से सर्वे में दिक्कत हुई। टार्च और अन्य लाइट की रोशनी कम पड़ गई। सर्वे में फीता लेकर पूरे परिसर को नापा गया। 4 स्टैंड कैमरे परिसर के चारों कोने पर लगाए गए। परिसर को 4 हिस्सों में बांट कर ASI की 4 टीमें अलग-अलग सर्वे कर रही हैं। वजूस्थल को छोड़कर परिसर के हर पत्थर और ईंट की हाइट नापी। नींव के पास से मिट्टी का सैंपल लिया। चारों ओर की दीवारों की फोटो-वीडियोग्राफी की गई। सीढ़ियों पर लगे पत्थर के सैंपल लिए गए।अब ज्ञानवापी के सभी कमरों और बरामदे की फोटो-वीडियो ग्राफी की जा रही है।
ज्ञानवापी परिसर में सोमवार सुबह से भारी संख्या में सर्वे टीम ने प्रवेश किया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है। परिसर के बाहर सुबह से सर्वे को लेकर भारी संख्या में लोगों का जुटान हो गया। इस प्रकार एक बार फिर ज्ञानवापी विवाद तूल पकड़ने लगा है। ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के लिए चार टीमों को लगाया गया है। एएसआई के करीब 30 अधिकारियों को इन टीमों में बांटकर सर्वे की प्रक्रिया को शुरू किया गया है। टीमें परिसर के भीतर की स्थिति का जायजा ले रही है। सर्वेक्षण के दौरान परिसर के भीतरी भाग में स्थिति का जायजा लिया जा रहा है। पहली टीम पश्चिमी दीवार का सर्वेक्षण कर रही है।

दूसरी टीम गुंबदों का सर्वे कर रही है। वहीं, तीसरी टीम चबूतरा की जांच कर रही है। चौथी टीम ज्ञानवापी मस्जिद के बाकी परिसर का मुआयना करने में जुटी हुई है। सर्वे की कार्यवाही की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की जाएगी। वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि जिला अदालत के फैसले के बाद दो दिनों तक एएसआइ ने सर्वे को लेकर अपनी तैयारियां कीं और अब वे तैयारी के साथ यहां आ चुके हैं। जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने बीते शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश से सील किए गए वुजूखाने के क्षेत्र को छोड़कर पूरे ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कराने का आदेश दिया था।
एएसआइ निदेशक को सर्वे की रिपोर्ट चार अगस्त को अदालत में पेश करने का आदेश भी दिया था। उसी दिन मामले में सुनवाई भी होगी। इस फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। हालांकि, उस पर आज सुनवाई से पहले ही ASI ने सर्वे शुरू कर दिया।