विश्व प्रसिद्ध धार्मिक नगरी मध्य प्रदेश के उज्जैन में आज खराब मौसम के बाद तेज आंधी ने पूरे महाकाल लोक में बड़े व्यापक स्तर पर तबाही मचाई। दोपहर में अचानक मौसम बिगड़ गया और तेज आंधी के साथ पूरे महाकाल लोक में अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान कई प्रतिमाएं गिर गई और क्षतिग्रस्त हो गई। कई श्रद्धालु बाल-बाल बच गए। खबर मिलते ही जिला प्रशासन की टीम महाकाल लोक परिसर में पहुंच गई है। घटना रविवार शाम 4 बजे की है। महाकाल लोक में लगी सप्तऋषियों की प्रतिमा आंधी सह नहीं पाईं और गिर गई। किसी मूर्ति का हाथ टूट गया, तो किसी का धड़ अलग हो गया। जिस समय तेज आंधी आई वहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद ते। इनमें अफरा-तफरी मच गई।
जानकारी लगते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है।
इससे पहले रविवार को सुबह ही सांदीपनि आश्रम के सामने भी तेज आंधी में पुराना पेड़ गिर गया था, जिसमें मोटरसाइकिल, एक आटो और कार क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बता दें कि महाकाल कोरिडोर के प्रथम चरण का काम पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर को भव्य महाकाल लोक का लोकार्पण किया था। 920 मीटर लंबा कारिडोर है। जिसमें करीब 200 मूर्तिया हैं, जो रुद्र सागर झील के किनारे फैला हुआ है। कॉरिडोर में कुल 108 स्तंभ और दो भव्य प्रवेश द्वार हैं- नंदी गेट और पिनाकी गेट। जिससे महाकालेश्वर मंदिर के प्रवेश द्वार की ओर जाते है। जिसे देखने के लिए देश दुनिया के लोग आ रहे हैं। फिलहाल स्थानीय प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है।