
6 दिन पहले यानी 30 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की तीसरी “वंदे भारत ट्रेन” को गुजरात के गांधीनगर से हरी झंडी दिखाकर मुंबई के लिए रवाना किया था। इस मौके पर पीएम मोदी इस ट्रेन के इंजन पर भी पहुंचकर ड्राइवर से जानकारी ली थी । उसके बाद प्रधानमंत्री ट्रेन में बैठकर अगले स्टेशन अहमदाबाद तक यात्रा भी की थी। तब प्रधानमंत्री मोदी ने सोचा नहीं होगा कि यह ट्रेन 6 दिन बाद ही हादसे का शिकार हो जाएगी। बता दें कि मौजूदा समय में वंदे भारत ट्रेन सुरक्षा और सुविधा की दृष्टि से सबसे अच्छी ट्रेन मानी जा रही है। लेकिन आज भी देश की रेल लाइन (पटरियों) पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं । रेलवे लाइन पर जानवरों का आना बहुत ही आम बात है, क्योंकि भारत आज भी गांव में बसता है। आज कई रेल मार्ग ऐसे हैं जिसमें सुरक्षा के पूरे इंतजाम नहीं किए गए हैं। आज सुबह करीब 11:00 बजे जब वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अपनी पूरी रफ्तार पर थी तभी भैंसों के झुंड से टकरा गई। जिसके वजह से ट्रेन का इंजन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। अहमदाबाद रेलवे स्टेशन के नजदीक वटवा और मणिनगर स्टेशन के पास हुई दुर्घटना। बाद में ट्रेन के ड्राइवर ने इंजन का टूटा हुआ हिस्सा अलग करते अलग किया। इस हादसे के समय वंदे मातरम ट्रेन करीब 20 मिनट तक खड़ी भी रही। बता दें कि यह देश में तीसरी वंदे भारत ट्रेन है। इससे पहले नई दिल्ली और वाराणसी तथा नई दिल्ली और माता वैष्णो देवी कटरा के बीच वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। यह ट्रेन गांधीनगर से अहमदाबाद होते हुए मुंबई तक जाती है फिर वापस इसी रूट से होकर गांधीनगर वापस आती है।
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