उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री और राज्य स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले प्रमुख राज्य आंदोलनकारी फील्ड मार्शल दिवाकर भट्ट का निधन हो गया है। शाम 4 बजकर 20 मिनट पर उन्होंने अपने खड़खड़ी हरिद्वार स्थित आवास पर अंतिम सांस ली। पिछले दस दिनों से वह देहरादून के इंद्रेश अस्पताल में भर्ती थे।
दिवाकर भट्ट के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी शोक जताया है, उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा- राज्य निर्माण आंदोलन से लेकर जनसेवा के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्य सदैव अविस्मरणीय हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान दे।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने भी उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ नेता दिवाकर भट्ट के निधन पर दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”उत्तराखंड राज्य आंदोलन के प्रमुख अग्रणी, वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। राज्य की स्थापना से लेकर सार्वजनिक जीवन तक, उनका योगदान सदैव स्मरणीय और प्रेरणादायी रहेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवारजनों व उनके अनुयायियों को इस गहन शोक को सहन करने का संबल दें।”
भाजपा विधायक मदन कौशिक ने एक्स पोस्ट में लिखा, ”उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ आंदोलनकारी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। मां गंगा से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
दिवाकर भट्ट उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) के संस्थापकों में से एक थे। उन्होंने लंबे वक्त तक इसी पार्टी का सदस्य रहकर राज्य स्थापना आंदोलन का नेतृत्व किया। हालांकि, बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए थे। लेकिन, इसके बाद वह उत्तराखंड क्रांति दल में फिर से जुड़ गए।
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