कन्याकुमारी से चलकर विभिन्न राज्यों के रास्ते से गुजर कर भारत जोड़ो यात्रा 3000 किलोमीटर पूरा कर राजधानी दिल्ली पहुंच गई है। दिल्ली पहुंचते ही भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासत और तेज हो गई है। भारत जोड़ो यात्रा के साथ सियासत भी आगे-आगे दौड़ती गई। चीन, जापान समेत तमाम देशों में मचे कोरोना से हाहाकार के बाद केंद्र सरकार ने कांग्रेस से भारत जोड़ो यात्रा रोकने की अपील की थी। केंद्र सरकार की इस सलाह पर कांग्रेस नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा भारत जोड़ो यात्रा रोकने की साजिश रच रही है। दोनों पार्टियों की ओर से जुबानी जंग भी जारी है। इन सबके बीच राहुल गांधी शनिवार 24 दिसंबर की सुबह भारत जोड़ो यात्रा को लेकर राजधानी दिल्ली पहुंचे।
यात्रा हरियाणा के बाद राजधानी दिल्ली में प्रवेश कर गई। सुबह बदरपुर बॉर्डर से राजधानी दिल्ली पहुंची। दिल्ली में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रॉबर्ट वाड्रा सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए। यात्रा में पार्टी के आला नेताओं, कलाकार, खिलाड़ियों, युवाओं के साथ सभी वर्ग और समुदाय के लोग और पार्टी के हजारों कार्यकर्ता भी शामिल हुए। कांग्रेस की इस यात्रा का 108वां दिन है। दिल्ली में राहुल गांधी ने 23 किलोमीटर की पदयात्रा की । जिसमें निजामुद्दीन, इंडिया गेट, सर्किल-आईटीओ-दिल्ली कैंट-दरियागंज से लाल किला होकर राजघाट, वीरभूमि और शांतिवन पर पहुंचकर राहुल गांधी ने पुष्पांजलि अर्पित की।यात्रा के दौरान राहुल ने हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर चादर चढ़ाई। दिल्ली में 8 दिन का विश्राम होगा। राजधानी दिल्ली में राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा अब मोहब्बत की इस आवाज और भारत के लोगों के मैसेज को दिलवालों की नगरी यानी दिल्ली तक ले जाएगी। राहुल गांधी ने कहा कि हम 3000 किमी की यात्रा पूरी कर चुके हैं। जबकि अभी भी मजबूती से चल रहे हैं। लोग सोचते हैं कि ये कैसे पॉसिबल है, तो समझ लीजिए कि ये भारत के लोगों की शक्ति है जो इस यात्रा के पीछे असली ताकत है। हमने जहां भी यात्रा की है, मैंने एक ही चीज देखी है – मोहब्बत साथ ही कहा कि महंगाई हटाओ, बेरोज़गारी मिटाओ, नफरत मत फैलाओ। हिंदुस्तान की ये आवाज़ ‘राजा’ के सिंघासन तक ले कर हम दिल्ली आ गए। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा कि 26 जनवरी से 26 मार्च तक हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चलाया जाएगा जो भारत जोड़ो का संदेशा हर बूथ और ब्लॉक में पहुंचाएगा। भारत जोड़ो यात्रा चुनावी यात्रा नहीं विचारधारा आधारित यात्रा है।जयराम रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए किसी का भी स्वागत है, चाहे वह नितिन गडकरी जी हों, रक्षा मंत्री राजनाथ जी हों या पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू जी हों। कोई भी जो भारत को एकजुट करने और घृणा को दूर करने में विश्वास करता है, इस यात्रा में शामिल होने के लिए स्वागत है। दिल्ली में यात्रा में शामिल हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने बड़ा बयान दिया है। राहुल गांधी के 2024 में प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह तो 2024 ही तय करेगा लेकिन अगर आप हमसे पूछेंगे तो निश्चित रूप से राहुल गांधी को पीएम बनना चाहिए। कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई यात्रा ने अब तक 9 राज्यों का सफर तय किया है। इनमें तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा शामिल हैं। इस दौरान इन राज्यों के 46 जिलों को कवर किया गया है। अब तक राहुल और उनके सहयोगी करीब तीन हजार किमी की यात्रा पूरी कर चुके हैं। तय कार्यक्रम के मुताबिक, कुल 150 दिन में भारत जोड़ो यात्रा को 12 राज्यों में 3 हजार 570 किमी की दूरी पैदल तय करना है। यात्रा पूरी करने के लिए राहुल को अब सिर्फ 570 किमी का सफर तय करना है। वे इस दौरान तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर से गुजरेंगे।
वहीं दूसरी ओर दिल्ली में भारत जोड़ो यात्रा पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी ने निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि दुनिया भर के कई देश कोविड मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी से जूझ रहे हैं और सरकार ने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए हैं, तो कांग्रेस इसका विरोध क्यों कर रही है? प्रोटोकॉल सबके लिए होते हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कोविड के हालातों के बीच हमने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यह कांग्रेस नेताओं को तय करना है कि क्या वे जिम्मेदार नागरिकों की तरह दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा में इन्होंने कुछ जोड़ा नहीं बल्कि तोड़ा ही तोड़ा है। यात्रा के दौरान ये केरला के जिस चर्च में गए वो भारत विरोधी है। देश में बहुत सारे चर्च हैं लेकिन वो गए भारत विरोधी में। ये यात्रा के दौरान कन्हैया कुमार से मिले जो देश की जनता को बिल्कुल पसंद नहीं आया। मनोज तिवारी ने कांग्रेस पर कड़ा वार करते हुए कहा कि ये वो लोग हैं जिन्होंने कोरोना के दौरान थाली बजाने वाली प्रक्रिया का मजाक बनाया था। ये वो लोग हैं जिन्होंने कोरोना से बचाव वाली वैक्सीन को मोदी की वैक्सीन बताया था। उन्होंने आगे कहा कि, अगर ये सही मायने में यात्रा होती तो बिहार में जाती जहां जहरीली शराब से इतने लोगों की मौत हुई हैं पर नहीं ये ब्रेक यात्रा है। ये ब्रेक-ब्रेक लेकर देश को ब्रेक कर रहे हैं।