दो महीने बाद राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन राज्यों में चुनाव से पहले नेताओं का पहला बदलने का दौर शुरू हो गया है। एक दिन पहले रविवार को मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा ने राजधानी भोपाल में कांग्रेस का दामन थाम लिया था। भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गिरजा शंकर शर्मा को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराई। वही आज राजस्थान के नागौर से पूर्व सांसद और दिग्गज नेता रहे नाथूराम मिर्धा की पोती ज्योति मिर्धा बीजेपी में शामिल हो गई हैं।
मिर्धा ने राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सीपी जोशी की मौजूदगी में पार्टी का दामन थामा। उनके साथ सवाई सिंह भी बीजेपी में आमिल हो गए हैं। ज्योति मिर्धा राजस्थान की राजनीति में एक बड़ा नाम है। प्रदेश के जाट समुदाय में मिर्धा परिवार की अच्छी पकड़ है। ज्योति नागौर से कांग्रेस की सांसद रही हैं. बता दें कि नागौर जाट बाहुल्य क्षेत्र है. वहीं उनके बीजेपी में जाने के बाद जाट वोटर्स को साधने में बीजेपी को आसानी होगी।
साल 2019 में कांग्रेस ने नागौर लोकसभा सीट से ज्योति मिर्धा को चुनावी मैदान में उतारा था। वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल से उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। वहीं अब वे कांग्रेस का साथ छोड़ बीजेपी में शामिल होने जा रही हैं।
नाथूराम मिर्धा की पोती हैं ज्योति मिर्धा
बता दें कि ज्योति मिर्धा नाथूराम मिर्धा की पोती हैं। नाथूराम कांग्रेस के दिग्गज नेता थे। वे छह बार सासंद और चार बार विधायक रहे। इसके अलावा नाथूराम केंद्र सरकार और राज्य सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।