दो दिनों से उत्तराखंड, राजस्थान, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, हरियाणा और पंजाब समेत देश के ज्यादातर राज्यों में भारी बारिश हो रही है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को मानसून के पहुंचने के साथ ही बारिश का दौर शुरू हो गया है। बारिश के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। देश के कई राज्यों में भारी बारिश ने लोगों को जहां एक ओर राहत दी है, तो वहीं कुछ जगहों पर जलजमाव के कारण फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं उत्तरकाशी में यमुनोत्री मार्ग पर बादल फटने से निर्माणाधीन होटल में काम करने वाले 2 मजदूरों की मौत हो गई और 7 मजदूर लापता हैं। वहीं, बागेश्वर में सरयू नदी ने खतरे का निशान पार कर लिया है। अलकनंदा और सरस्वती भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। देश के ज्यादातर हिस्सों में मानसूनी बारिश जारी है। उत्तराखंड में शनिवार से भारी बारिश जारी है। यहां चारधाम यात्रा अगले 24 घंटे के लिए रोक दी गई है। यात्रियों को हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग और विकासनगर में ही रोकने के आदेश दिए गए हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, बादल फटने की घटना सुबह अचानक हुई, जिससे लोगों को संभलने का मौका नहीं मिला। भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। साथ ही, यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है। SDRF और NDRF की टीमें लापता मजदूरों की तलाश में जुटी हुई हैं। घटनास्थल पर मलबा हटाने का काम भी जारी है, ताकि राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाई जा सके। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, साल 2020 के बाद पहली बार है, जब मानसून ने समय से पहले देश के विभिन्न हिस्सों में एंट्री ली है। एक बयान में आईएमडी ने बताया कि मानसून आज, 29 जून 2025 को राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के शेष हिस्सों और पूरी दिल्ली में आगे बढ़ गया है। बयान में बताया गया कि अगले सात दिनों में उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।