(Nepal में पुष्प राज) : नेपाल में पुष्प कमल दहल प्रचंड नए प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए हैं। राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने प्रचंड को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया। प्रचंड ने प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की पार्टी के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया है। केपी शर्मा ओली ने उन्हें समर्थन दिया।68-वर्षीय प्रचंड ने राष्ट्रपति द्वारा दी गई समय सीमा के समाप्त होने से पहले सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत किया था। संविधान के अनुच्छेद 76(2) के तहत गठबंधन सरकार बनाने के लिए राजनीतिक दलों को राष्ट्रपति द्वारा दी गई समय सीमा रविवार शाम को समाप्त हो रही थी। राष्ट्रपति कार्यालय के अनुसार, नवनियुक्त प्रधानमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को शाम चार बजे होगा। सूत्रों ने बताया कि प्रचंड सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष के पी शर्मा ओली, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) के अध्यक्ष रवि लामिछाने, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के प्रमुख राजेंद्र लिंगडेन सहित अन्य शीर्ष नेताओं के साथ राष्ट्रपति कार्यालय गये और सरकार बनाने का दावा पेश किया।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके बधाई दी है। पीएम मोदी ने कहा कि नेपाल का प्रधानमंत्री चुने जाने पर पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ को हार्दिक बधाई। भारत और नेपाल के बीच गहरे सांस्कृतिक संबंध हैं। हम इस दोस्ती को और मजबूत करने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे। पूर्व प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली के नेतृत्व वाले सीपीएन-यूएमएल, सीपीएन-एमसी, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) और अन्य छोटे दलों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें सभी दल ‘प्रचंड’ के नेतृत्व में सरकार बनाने पर सहमत हुए। प्रचंड को 275-सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 165 सदस्यों के समर्थन प्राप्त है, जिनमें सीपीएन-यूएमएल के 78, सीपीएन-एमसी के 32, आरएसपी के 20, आरपीपी के 14, जेएसपी के 12, जनमत के छह और नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के तीन सदस्य शामिल हैं। प्रचंड को तीसरी बार नेपाल का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है।