प्रयागराज के महाकुंभ में मंगलवार देर रात अचानक भगदड़ मचने से एक दुखद हादसा हो गया है। यह हादसा मंगलवार देर रात करीब 2 बजे हुआ है। आज मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान करने के लिए करोड़ों की भीड़ मौजूद थी। बैरिकेड टूटने से मची भगदड़ में कम से कम 17 लोगों की मौत होने की बात सामने आई है। यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। इस घटना में करीब 40 लोग घायल बताए जा रहे हैं। घटना को देखते हुए सभी 13 अखाड़ों ने बुधवार का अपना अमृत स्नान रद्द कर दिया है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि जनहित को देखते हुए आज हम सभी ने स्नान रद्द करने का फैसला लिया है, अब बसंत पंचमी को हम स्नान करेंगे। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना के बारे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है। पीएम ने हालात का जायजा लिया और घटनास्थल पर सभी तरह के राहत उपाय करने की बात कही। बताया जा रहा है कि देर रात बैरिकेडिंग टूटने की वजह से भगदड़ मच गई जिसके बाद यह घटना हुई। घायलों का इलाज महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में चल रहा है। आम लोगों का स्नना जारी है।


अखाड़ों का अमृत स्नान रोक दिया गया है। मेला प्रशासन ने लोगों से किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है। साथ ही लोगों से संयम रखने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील कर रहा है। सभी अखाड़ों ने मौनी अमावस्या पर होने वाला अमृत स्नान को रद्द कर दिया है। भगदड़ में घायल हुए लोगों को एंबुलेंस से महाकुंभ मेला में बने अस्पताल में लाया गया। जहां घायलों का इलाज चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से महाकुंभ भगदड़ पर बात की है। वहीं, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने इस घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि सभी लोग संगम में ही स्नान करना चाहते हैं, इसलिए ये हादसा हुआ है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि जहां साफ जल दिखे स्नान कर लें। महाकुंभ मेला प्रशासन बचाव कार्य में जुटा हुआ है। सीएम योगी आदित्यनाथ महाकुंभ भगदड़ पर बैठक करेंगे। सीएम योगी को रिपोर्ट देंगे डीजीपी प्रशांत कुमार। हालांकि, मेला अधिकारी का कहना है कि फिलहाल हालात सामान्य हैं।महाकुंभ में भगदड़ के बाद पीएम मोदी ने दूसरी बार सीएम योगी से फोन पर बात की है। पीएम मोदी हालात पर नजर बनाए हुए है। पीएम मोदी ने पूरी घटना का ब्यौरा लिया। प्रधानमंत्री ने घटना पर चिंता जताते हुए केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि अफवाह पर भरोसा न करें। श्रद्धालु संगम नोज पर न जाएं, जिस घाट के पास हैं वहीं स्नान करें। स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैा। प्रशासन के साथ सहयोग करें।
इस घटना के बारे में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा, ‘जो घटना हुई उससे हम दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे। जनहित में हमने फैसला किया है कि अखाड़े आज स्नान में हिस्सा नहीं लेंगे। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं। साथ ही, यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट जाना चाहते थे, इसके बजाय उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए। इसमें प्रशासन की कोई गलती नहीं है, करोड़ों लोगों को संभालना आसान नहीं है। हमें अधिकारियों के साथ सहयोग करना चाहिए। बता दें कि आज यानी बुधवार को मौनी अमावस्या पर ही 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। महाकुंभ में डुबकी लगाकर आत्मा की शुद्धि के लिए देश ही नहीं विदेशों से लोग प्रयागराज पहुंच रहे हैं।