एक बार फिर भारी बारिश के बाद उत्तराखंड में बड़ा हादसा हो गया है। कई दिनों से लगातार बारिश के बाद प्रदेश में नदियां उफान पर हैं। इसके साथ कई संपर्क मार्ग भी बंद हैं । आज रविवार को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में बारिश के चलते धौलीगंगा पावर प्रोजेक्ट की टनल पर लैंडस्लाइड हो गई। 19 कर्मचारी अंदर फंस गए थे, जिनमें से 8 को बाहर निकाल लिया गया है। 11 को निकालने का काम जारी है। उधर मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने रविवार को एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सितंबर में उत्तराखंड में लैंडस्लाइड और बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
उत्तराखंड में धारचूला के एसडीम जितेंद्र वर्मा ने बताया कि धौलीगंगा पावर स्टेशन को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है। टनल से निकलने वाले रास्ते पर लगातार मलबा आ रहा है। जिसे BRO की मदद से हटाया जा रहा है। मौके पर पर्याप्त मशीनरी व सुरक्षा बल तैनात हैं। सुरंग के अंदर किचन और खाने की व्यवस्था पहले से उपलब्ध है।
सुरक्षित निकाले गए 8 कर्मचारी
1. चंदर सोनल (ऑपरेशन कॉन्ट्रैक्ट स्टाफ)
2. शंकर सिंह (डीजी ऑपरेटर)
3. पूरन बिष्ट (सब-स्टेशन स्टाफ)
4. नवीन कुमार, इंजीनियर (मेंटेनेंस स्टाफ)
5. प्रेम डुग्ताल, इंजीनियर (मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट)
6. धन राज बहादुर (मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट)
7. गगन सिंह धामी (मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट)
8. पी.सी. वर्मा, (सिविल)
टनल के अंदर मौजूद 11 कर्मचारी
1. ललित मोहन बिष्ट
2. सूरज गुरुड़ानी
3. विष्णु गुप्ता
4. जितेंद्र सोनल
5. प्रकाश डुग्ताल
6. कमलेश धामी
7. सुनील धामी
8. जी. ऑगस्टीन बाबू
9. अपूर्बा राय
10. इंदर गुनजियाल
11. बिशन धामी
मौसम विभाग ने आज और सोमवार दोनों दिनों के लिए राज्य के देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत और ऊधमसिंहनगर जनपदों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यह स्थिति आगामी चार अगस्त तक रहने की आशंका व्यक्त की गई है।

गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों में उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश से बादल फटने, बाढ़ आने और भूस्खलन की घटनाओं से मची तबाही मची हुई है। शुक्रवार को एक दंपति समेत छह लोगों की मौत हो गयी। जबकि 11 अन्य लापता हो गए। अधिकारियों ने बताया था कि चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और बागेश्वर जिलों में प्राकृतिक आपदा का सबसे अधिक कहर बरपा, जहां कई मकान और मवेशी मलबे में दब गए, कृषि भूमि बर्बाद हो गयी, अनेक वाहन बह गए और संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए थे।