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आज हम आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय दौरे के बारे में बताने जा रहे हैं। शुरुआत करते हैं शनिवार 8 अप्रैल की सुबह से। शनिवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी दिल्ली स्थित अपने 7, लोक कल्याण मार्ग से विशेष विमान से रवाना होकर तेलंगाना के सिकंदराबाद पहुंचे। यहां पर पीएम मोदी ने सिकंदराबाद और तिरुपति बालाजी “वंदे भारत एक्सप्रेस” ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद प्रधानमंत्री शनिवार दोपहर को विमान से चेन्नई पहुंचे। शनिवार दोपहर करीब 3 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई से चेन्नई कोयंबटूर वंदे भारत एक्सप्रेस दूसरी ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान पीएम मोदी ने चेन्नई में 5,200 करोड़ रुपए की विकासात्मक परियोजनाओं का उद्घाटन किया। जिसमें चेन्नई एयरपोर्ट का नया टर्मिनल भी शामिल रहा। इसके बाद पीएम मोदी चेन्नई में स्वामी रामकृष्ण मठ की 125 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे। यहां पर पीएम मोदी ने अंग्रेजी में भाषण देते हुए कार्यक्रम में मौजूद साधु-संतों को संबोधित किया। बाद में प्रधानमंत्री ने चेन्नई में बीजेपी के विशेष रूप से दिव्यांग कार्यकर्ता थिरु एस मणिकंदन से मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने भाजपा कार्यकर्ता मणिकंदन के साथ सेल्फी भी ली। जिसके बाद प्रधानमंत्री ने चेन्नई में ही रात्रि विश्राम किया। रात गुजारने के बाद पीएम मोदी आज सुबह 8 तमिलनाडु में स्थिति बांदीपुर टाइगर रिजर्व पहुंचे। टी-शर्ट, ट्राउजर, जैकेट, हैट, ब्लैक चश्मे और कैमरे के साथ नए लुक में नजर आए। इसके बाद उन्होंने कर्नाटक सीमा से लगे मुदुमलई नेशनल पार्क में थेप्पाकडु एलिफेंट पार्क पहुंचकर हाथियों को गन्ने खिलाए। ये वही नेशनल पार्क है, जहां ऑस्कर विनिंग शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ शूट हुई थी। प्रधानमंत्री फिल्म में नजर आए हाथी रघु और उसे पालने वाले बोम्मन और बेली से भी मिले।
जंगल सफारी में जीप से घूमते हुए शेर, हिरन आदि की फोटो भी खींची। इसके साथ प्रधानमंत्री यहां पर हाथियों की देखरेख कर रहे गजराज समेत कई कर्मचारियों से भी मुलाकात की। यहां के बाद पीएम मोदी शनिवार दोपहर बाद अपने विमान से राजधानी दिल्ली पहुंचे। दिल्ली एयरपोर्ट करने के बाद पीएम मोदी अपने आवास 7, कल्याण लोक मार्ग पहुंचे। यहां पर फ्रेश होने और ड्रेस चेंज करने के बाद “ईस्टर संडे” (ईसाइयों का त्योहार के) मौके पर शनिवार शाम करीब 6 बजे दिल्ली के “सेक्रेड कैथेड्रल कैथोलिक” चर्च पहुंच गए। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार चर्च पहुंचे। पीएम मोदी जैसे ही चर्च पहुंचे, पादरियों ने उन्हें साल ओढ़ाकर और फूलों का गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। चर्च में बच्चों ने सामूहिक प्रार्थना की। इस दौरान आम लोग भी चर्च में उपस्थित थे। पीएम मोदी ने ईसा मसीह के प्रति की गई प्रार्थना शांत मुद्रा में सुनी। पीएम मोदी ने चर्च में ईस्टर की प्रेयर में हिस्सा लिया । इस दौरान पीएम मोदी ने दोनों हाथ जोड़कर प्रार्थना भी की। उन्होंने चर्च परिसर में पौधा भी लगाया।
चर्च की ओर से पीएम मोदी को प्रभु यीशू वाला एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। अंत में पादरियों और बच्चों ने पीएम मोदी के साथ फोटो खिंचवाई। इसके बाद पीएम मोदी चर्च में मौजूद आम लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए बाहर आ गए। पीएम मोदी के दौरे से पहले चर्च के पादरी फ्रांसिस स्वामीनाथन ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा था कि ऐसा पहली बार है जब कोई प्रधानमंत्री चर्च का दौरा कर रहा है। उन्होंने खुशी बयान करते हुए कहा था, ”हम रोमांचित हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हमारे चर्च का दौरा कर रहे हैं।
बता दें कि ईस्टर को ‘ईस्टर संडे’ भी कहा जाता है। यह ग्रुड फ्राइडे (शोक का दिन) के बाद आता है। मान्यता है कि ईसा मसीह को जिस दिन सूली पर चढ़ाया गया था, उसका शोक मनाते हुए ग्रुड फ्राइडे मनाया जाता है, वहीं तीसरे दिन प्रभु यीशु फिर से जीवित हो गए थे, इस वजह से ईस्टर मनाया जाता है। चर्च के बाद शाम करीब 7:30 बजे प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय पहुंचे, जहां कर्नाटक चुनाव को लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई सीनियर नेताओं के साथ मीटिंग में शामिल हुए। ऐसा रहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दो दिवसीय शनिवार और रविवार का दौरा।