गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुए एयर इंडिया फ्लाइट हादसे से पूरे देश में शोक का माहौल है । प्लेन क्रैश हादसे में घायल हुए लोगों का गुजरात के विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती घायलों और हादसे में मृत पूर्व सीएम विजय रूपाणी के परिजनों से भी मुलाकात की। इस हादसे में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के 242 में से 241 यात्रियों की मौत हो गई थी। जीवित बचे इकलौते व्यक्ति से भी प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उनका हाल जाना।
विमान हादसे में एकमात्र जीवित बचे शख्स विश्वास कुमार रमेश को लेकर लोग चमत्कार मान रहे हैं। लोगों का कहना है कि इतने भयावाह विमान हादसे में से बचकर निकलना निश्चित रूप से कोई चमत्कार ही है। खुद विश्वास कहते हैं कि उन्हें भरोसा ही नहीं हो रहा था कि वह कैसे बच गये। विश्वास ने तमाम टीवी चैनलों से बात की है और दूरदर्शन को भी उन्होंने उस भयावह वाकये के बारे में बताया है।विश्वास ने कहा कि हादसा होते ही उन्होंने अपनी सीट बेल्ट खोली और विमान से बाहर आ गए। उन्होंने बताया कि इस दौरान उनका बायां हाथ झुलस गया था। विश्वास ने कहा कि वह मंजर बेहद डराने वाला था और उन्होंने बाहर निकलने के बाद विमान में सवार मुसाफिरों और केबिन क्रू के सदस्यों के शव देखे।
विश्वास ने कहा, “जिस तरफ मैं बैठा था, वह हॉस्टल वाली साइड नहीं थी वह हॉस्टल का ग्राउंड फ्लोर था, जैसे ही मेरा दरवाजा टूटा, मैंने देखा कि थोड़ी सी जगह है और मैं कोशिश करके बाहर आ गया। दूसरी तरफ एक इमारत की दीवार थी और विमान उस तरफ पूरी तरह क्रैश हो गया था इसलिए शायद कोई उस तरफ से बाहर नहीं निकल पाया। जहां पर मैं था वहीं पर स्पेस था…मुझे नहीं पता कि मैं कैसे बच गया। आग लगने से मेरा बायां हाथ भी जल गया। फिर मुझे अस्पताल में भर्ती कराया गया और यहां मेरा अच्छा इलाज चल रहा है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घटनास्थल और अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्यों में जुटे अधिकारियों और टीमों से मुलाकात की और उनके अथक प्रयासों की सराहना की। पीएम मोदी ने इस भयावह दृश्य को “दुखद मंजर” बताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की।


प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी भावनाएं साझा करते हुए लिखा, “अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल का दौरा किया। तबाही का मंजर दुखद है। अधिकारियों और टीमों ने जिस तरह से अथक परिश्रम किया है, उसकी सराहना करता हूं। इस अकल्पनीय त्रासदी में जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति हमारी संवेदनाएं हैं।”
उन्होंने लिखा, “इस हादसे से हम सभी स्तब्ध हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोगों की अचानक और दिल दहला देने वाली मौत को शब्दों में बयां करना कठिन है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। हम उनके दर्द को समझते हैं और जानते हैं कि इस खालीपन को वर्षों तक महसूस किया जाएगा। ओम शांति।”
