ब्रिटेन के बाद एक और यूरोपीय देश आयरलैंड में भारतीय मूल के प्रधानमंत्री बन गए हैं। ब्रिटेन के इतिहास में पहली बार भारतवंशी ऋषि सुनक सत्ता की कमान संभाले हुए हैं। ऐसे ही अब यूरोपीय देश आयरलैंड के भारतीय मूल के लिए लियो वराडकर दूसरी बार प्रधानमंत्री बन गए हैं। 43 साल के वराडकर के पिता महाराष्ट्र से आयरलैंड गए थे। वहीं पर वह सेटल हो गए। प्रधानमंत्री वराडकर का जन्म 18 जनवरी 1979 में आयरलैंड की राजधानी डबलिन में हुआ था। उनके पिता अशोक महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के वराड गांव से थे। उनकी मां मरियम आयरलैंड की थीं और नर्स का काम करती थीं। उनके पिता पेशे से डॉक्टर थे और 1960 के दशक में इंग्लैंड की नेशनल हेल्थ सर्विस में काम करते थे। बतौर नर्स काम कर रही मरियम की मुलाकात उनसे इंग्लैंड में हुई थी। बाद में वह आयरलैंड में बस गए। लियो अपने पिता अशोक वराडकर के सबसे छोटे बेटे हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सेंट फ्रांसिस नेशनल स्कूल में हुई। लियो ने डबलिन के ट्रिनिटी कॉलेज से मेडिकल की पढ़ाई की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, लियो वराडकर को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई। आयरलैंड के साथ ऐतिहासिक संबंधों, साझा संवैधानिक मूल्यों और बहुआयामी सहयोग को मैं बहुत महत्व देता हूं। दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को और अधिक समृद्ध करने के लिए मिलकर काम करने की आशा करता हूं। आयरलैंड में 2020 में आम चुनाव हुए थे। इसके बाद माइकल मार्टिन की पार्टी ‘फिएना फेल’ और वराडकर की पार्टी ‘फिने गाइल’ के बीच ऐतिहासिक समझौता हुआ था। इसके बाद मार्टिन देश के प्रधानमंत्री बने थे। इस समझौते के तहत तय हुआ था कि पांच साल के कार्यकाल के शुरुआती ढाई साल में मार्टिन देश के प्रधानमंत्री और वराडकर उप प्रधानमंत्री रहेंगे। इसके बाद दोनों एक दूसरे की जगह लेंगे। मार्टिन (61) ने शनिवार सुबह प्रधानमंत्री पद से अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप दिया। वराडकर (43) इससे पहले 2017 से 2020 के बीच आयरलैंड के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।