बाबा केदारनाथ धाम में दर्शन और पूजा-अर्चना करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बद्रीनाथ धाम पहुंचे। यहां पर पीएम मोदी ने पूजा अर्चना की। उसके बाद प्रधानमंत्री ने भारत के आखिरी गांव माणा में संबोधित करते हुए कहा कि आज बाबा केदार और बदरी विशाल के दर्शन करके मन प्रसन्न हो गया और जीवन धन्य हो गया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि माणा गांव भारत के अंतिम गांव के रूप में जाना जाता है। लेकिन मेरे लिए सीमा पर बसा हर गांव, देश का पहला गांव है। पीएम मोदी ने कहा कि आज से 25 साल पहले उत्तराखंड में बीजेपी के कार्यकर्ता के रूप में मैंने माणा में उत्तराखंड बीजेपी कार्यसमिति की बैठक बुलाई थी। तो मेरे साथी कार्यकर्ता उस समय नाराज हो गए थे। मैंने कार्यकर्ताओं से कहा कि जिस दिन उत्तराखंड बीजेपी के दिल में माणा का महत्व पक्का हो जाएगा। उस दिन उत्तराखंड की जनता के दिल में भाजपा के लिए महत्व बन जाएगा। लंबे समय तक हमारे यहां अपने आस्था स्थलों के विकास को लेकर एक नफरत का भाव रहा है। विदेशों में वहां की संस्कृति से जुड़े स्थानों की ये लोग तारीफ करते नहीं थकते थे। लेकिन, भारत में इस तरह के कार्य को हेय की दृष्टि से देखते थे। आस्था के ये केंद्र सिर्फ एक ढांचा नहीं, बल्कि हमारे लिए प्राणवायु की तरह हैं। वो हमारे लिए ऐसे शक्तिपुंज हैं, जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी हमें जीवंत बनाए रखते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर मैंने लाल किले पर एक आह्वान किया था। ये आह्वान है गुलामी की मानसिकता से पूरी तरह मुक्ति का। ऐसा इसलिए, क्योंकि आजादी के इतने वर्षों बाद भी हमारे देश को गुलामी की मानसिकता ने ऐसा जकड़ा हुआ है कि प्रगति का कुछ कार्य कुछ लोगों को अपराध की तरह लगता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले सरकारों में उत्तराखंड की जमकर उपेक्षा हुई है। पहले जिन इलाकों को देश की सीमाओं का अंत मानकर नजरअंदाज किया जाता था, हमने वहां से समृद्ध का आरंभ मानकर काम शुरू किया। पहले देश का आखिरी गांव जानकर जिसकी उपेक्षा की जाती थी, हमने वहां के लोगों की अपेक्षाओं पर फोकस किया है। जब पहाड़ पर रेल, रोड और रोपवे पहुंचते हैं तो अपने साथ रोजगार लेकर आते हैं। जब पहाड़ पर रेल, रोड और रोपवे पहुंचते हैं तो पहाड़ का जीवन भी आसान बनता है. हिमालय की हरी भरी पहाड़ियों पर रेल गाड़ी की आवाज उत्तराखंड के विकास की नई गाथा लिखेगी। देहरादून एयरपोर्ट भी नए अवतार में सेवा दे रहा है। चारधाम ऑलवेदर रोड से उत्तराखंड के लोगों के साथ-साथ पयर्टकों और श्रद्धालुओं को एक नया अहसास दे रही है।




प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ आगमन को लेकर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने केदारनाथ मंदिर को 20 क्विंटल फूलों से सजाया था। साथ ही मंदिर परिसर समेत केदारपुरी क्षेत्र में साफ-सफाई की गई थी। प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए मंदिर के चारों तरफ रेड कारपेट बिछाया गया था।इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ धाम पहुंच कर बाबा केदार के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने मंदिर के गर्भ गृह में भगवान शिव की रुद्राभिषेक पूजा की। पीएम मोदी ने करीब आधा घंटे तक विशेष पूजा की। इसके बाद मंदिर की परिक्रमा की। इस दौरान उन्होंने सोनप्रयाग से केदारनाथ तक बनने वाले रोपवे प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। केदारनाथ रोपवे का शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल गए। यहां उन्होंने विशेष पूजा अर्चना की। वहां से लौटकर पीएम पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने निकले। पीएम मोदी ने मंदाकिनी आस्था पथ और सरस्वती आस्था पथ पर जाकर विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने केदारनाथ में चल रहे विभिन्न पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का जायजा भी लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री को विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों में लगे श्रमजीवियों के साथ बैठकर उनसे मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। इसके बाद पीएम मोदी ने ₹1267 करोड़ की लागत से बनने वाले गौरीकुंड-केदारनाथ रोपवे की आधारशिला रखी। यह रोपवे करीब 9.7 किलोमीटर लंबा होगा। यह गौरीकुंड को केदारनाथ से जोड़ेगा, जिससे दोनों स्थानों के बीच यात्रा का समय वर्तमान में 6-7 घंटे से कम होकर लगभग 30 मिनट का रह जाएगा. वहीं, केदारनाथ पहुंचे यात्रियों ने कहा कि इस रोपवे प्रोजेक्ट पर काम हो जाए तो बहुत अच्छा होगा. इससे वरिष्ठ नागरिकों को धाम पहुंचने में सुविधा होगी। आज रात पीएम मोदी बद्रीनाथ धाम में ही रुकेंगे। इस मौके पर राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद हैं।