संसद का शीतकालीन सत्र अपने तय समय से 5 दिन पहले शुक्रवार 23 दिसंबर को अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दिया गया। 7 दिसंबर से शुरू हुए संसद का शीतकालीन सत्र में 17 दिन में खत्म हो गया। 17 दिन में करीब 12 दिन सदन में अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई झड़प का मुद्दा छाया रहा। पहले शीतकालीन सत्र 29 दिसंबर को प्रस्तावित था। लेकिन अपने तय समय से 5 दिन पहले 23 दिसंबर को खत्म हो गया। लोकसभा में सत्र के दौरान जहां 97 फीसदी कामकाज हुआ, वहीं राज्यसभा में 103 फीसदी काम हुआ। कांग्रेस पार्टी ने सत्र जल्दी खत्म होने को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को रोकने की साजिश करार दिया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी कहा कि बीएसी की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला हुआ। बिरला ने कहा कि बीएसी में सभी पार्टियों के सांसद सदस्य के तौर पर शामिल होते हैं, लेकिन कांग्रेस ने सत्र पहले खत्म किए जाने को लेकर सरकार पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया है। अध्यक्ष ने कहा कि शीतकालीन सत्र के दौरान 56 तारांकित प्रश्नों के उत्तर दिए गए। लोकसभा में तमिलनाडु की दो जनजातियों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) सूची में डालने के प्रावधान वाले ‘संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2022′ को मंजूरी दी गई। इसमें तमिलनाडु की नारीकोरवन और कुरुविक्करन पहाड़ी जनजातियों को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने का प्रावधान है। सदन ने समुद्री मार्ग पर जहाजों को लूटने वाले दस्युओं पर शिकंजा कसने और महासागरों के माध्यम से व्यापार को प्रभावी एवं सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से प्रस्तुत ‘समुद्री जलदस्युता रोधी विधेयक 2022′ को भी मंजूरी दी। वहीं राज्यसभा की शीतकालीन सत्र की बैठक शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई और इस दौरान सदन में 102 प्रतिशत कामकाज हुआ। सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने से पहले सभापति जगदीप धनखड़ ने अपने पारंपरिक संबोधन में बताया कि इस दौरान 63 घंटे 20 मिनट का कामकाज निर्धारित था जबकि 64 घंटे 50 मिनट कामकाज हुआ। उन्होंने कहा कि इस दौरान सदन में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को चर्चा कर पारित किया गया और कई जरूरी मामलों पर सदन में चर्चा हुई। पार्टी ने सत्र पहले खत्म करने को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से जोड़ दिया। पार्टी के मीडिया प्रभारी और सांसद जयराम रमेश ने कहा कि सरकार संसद सत्र खत्म करने के बहाने भारत जोड़ो यात्रा को रोकने की कोशिश कर रही है। सत्र के दौरान दोनों सदनों से 9 बिल पारित किए गए, जबकि 9 नए बिल भी पेश किए गए। नए बिलों में से मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी संशोधन बिल और जन विश्वास बिल संसद की संयुक्त समिति के पास भेज दिए गए। संसद का अगला सत्र बजट सत्र होगा जिसके 31 जनवरी से शुरू होने की संभावना है। अगला सत्र भी संसद की पुरानी बिल्डिंग में होगा या नई बिल्डिंग में, इसको लेकर न तो सरकार और न ही लोकसभा अध्यक्ष ने कुछ साफ-साफ कहा है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि जैसे ही नई बिल्डिंग पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगी, संसद की कार्यवाही उसमें चलने लगेगी। बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू होकर 29 दिसंबर तक चलना था लेकिन क्रिसमस के कारण कई सदस्यों ने समय से पहले सत्र स्थगित करने का आग्रह किया था।