चार दिन बाद संसद के विशेष सत्र का गुरुवार रात में समापन हो गया। 4 दिन चले संसद के विशेष सत्र में लोकसभा और राज्यसभा से महिला आरक्षण बिल नारी शक्ति वंदन पारित किया गया। इस दौरान नए संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बिल लेकर चर्चा भी हुई। कई बार ऐसे भी मौके आए जब सांसदों ने हंगामा और शोर शराबा किया। लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी के दक्षिण दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के दौरान आपा खो बैठे। भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी लोकसभा में अपना बयान दे रहे थे। बीच में ही बसपा सांसद ने टोक दिया जिससे गुस्से से लाल बीजेपी सांसद ने चलती सदन में मुस्लिम सांसद को आतंकवादी-उग्रवादी कह डाला। उन्होंने बसपा सांसद दानिश अली से कहा कि ‘ओए उग्रवादी, ऐ उग्रवादी बीच में मत बोलना, भड़वे, ये आतंकवादी-उग्रवादी है, ये मुल्ला आतंकवादी है।
इसकी बात नोट करते रहना अभी बाहर देखूंगा इस मुल्ले को’ यह सुनते ही विपक्ष के लोगों ने जमकर हंगामा किया।जिसके बाद बिधूड़ी की आपत्तिजनक टिप्पणी को लोकसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया। हालांकि, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में खेद जताया। सिंह ने कहा कि उन्होंने टिप्पणियां नहीं सुनी हैं और सभापति से आग्रह किया कि यदि उन्होंने विपक्षी सदस्यों को आहत किया है तो उसे कार्यवाही से हटा दिया जाए।
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी संसद के विशेष सत्र के चौथे दिन यानी गुरुवार को लोकसभा में चंद्रयान-3 की सफलता पर बोल रहे थे। उसी वक्त बसपा सांसद दानिश अली ने कोई टिप्पणी की। इस पर रमेश बिधूड़ी भड़क गए। कार्यवाही के दौरान रमेश बिधूड़ी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘ये उग्रवादी, ये उग्रवादी है, ये उग्रवादी है, ये आतंकवादी है।’
हालांकि, लोकसभा के रिकॉर्ड से रमेश बिधूड़ी के विवादित बयान को हटा दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, रमेश बिधूडी से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बात की है। उन्होंने रमेश बिधूड़ी के मामले को गंभीरता से लेते हुए नाराजगी जताई। साथ ही रमेश बिधूडी को चेतावनी भी दी है कि भाषा की मर्यादा का ध्यान रखें। राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बिधूड़ी के संबोधन का एक हिस्सा शेयर करते हुए लिखा है कि कोई शर्म नहीं बची है। बाद में राजनाथ सिंह को खेद जताना पड़ा। कांग्रेस और AAP ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा है।
रमेश बिधूड़ी के बयान पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि उन्होंने (रमेश बिधुड़ी) दानिश अली को जो कहा है वह अत्यंत निंदनीय है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने माफी मांगी है जो अपर्याप्त है। ऐसी भाषा का इस्तेमाल सदन के अंदर या बाहर नहीं होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं नए संसद भवन की शुरूआत नारी शक्ति से हुई है, लेकिन इसकी शुरूआत को रमेश बधूड़ी से हुई है… यह रमेश बिधूड़ी नहीं, बल्कि भाजपा पार्टी की सोच है।
हमारी मांग है कि रमेश बिधूड़ी की सदस्यता रद्द की जानी चाहिए। बता दें कि दिल्ली में जन्मे बिधूड़ी ने बीकॉम, एलएलबी की डिग्री ली है।
उन्होंने प्रोफेशन में वकील, बिजनस, किसान और सोशल वर्कर लिखा है। वह 2003 से मई 2014 तक दिल्ली के विधायक रहे। 2014 और 2019 में लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।
वह शहरी विकास, ओबीसी कल्याण, श्रम और रोजगार से संबंधित कई समितियों में शामिल रहे हैं। बिधूड़ी बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित कराते रहते हैं।