राजनीति के करियर में कभी-कभी नेताओं के सामने ऐसा समय आता है जब वह दुविधा में घिर जाता है। ऐसे ही राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा झारखंड के हजारीबाग से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं। जयंत सिन्हा साल 2014 में भी इसी सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीते थे तब मोदी सरकार ने उन्हें अपनी कैबिनेट में केंद्रीय मंत्री बनाया था।

साल 2019 में दोबारा जीतने के बाद मोदी सरकार ने उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया। अब पिता के राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में खड़े होने पर जयंत सिन्हा से सोशल मीडिया पर यूजर्स सवाल पूछ रहे हैं कि वोट पिता को देंगे या भाजपा (एनडीए) की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को देंगे। पिता को वोट डालने को लेकर अब जयंत सिन्हा ने ट्वीट कर कहा, मैं सभी से अपील करता हूं कि मुझे एक बेटे के तौर पर न देखें और न ही इसे पारिवारिक मुद्दा बनाएं। मैं बीजेपी कार्यकर्ता हूं और हजारीबाग से सांसद हूं। मैं अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी को समझता हूं और उन्हें निभाऊंगा। बता दें कि अगले महीने 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और भाजपा एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू को प्रत्याशी बनाया गया है।