मानसून सत्र के दौरान संसद में विपक्ष के सांसद आज काली पोशाक पहनकर पहुंचे। सदन में विपक्षी गठबंधन इंडिया के सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर मुद्दे पर जवाब मांग रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी आज राजस्थान के सीकर और गुजरात के दौरे पर हैं। आज एक बार फिर मानसून सत्र के छठे दिन विपक्ष ने कार्यवाही शुरू होते ही शोर शराबा हंगामा करना शुरू कर दिया। इसे देखते हुए लोकसभा स्पीकर ने दोपहर 2 बजे तक कार्यवाही स्थगित कर दी। उधर, राज्यसभा में भी विपक्ष के सांसद तख्तियां लेकर पहुंचे और प्रधानमंत्री सदन में आओ, सदन में आकर कुछ तो बोलो, प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो, जैसे नारे लगाते देखे गए। यह देख एनडीए के सांसदों ने जवाब में मोदी-मोदी के नारे लगाए। दोनों तरफ से करीब 10 मिनट नारेबाजी हुई। मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग को लेकर राज्यसभा में जोरदार हंगामा हुआ है। सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। विपक्षी सांसद काले कपड़े पहने हुए नारेबाजी कर रहे थे। विपक्ष की मांग है कि मणिपुर मुद्दे पर सरकार चर्चा कराए और प्रधानमंत्री सदन में आएं और इस मुद्दे पर बयान दें। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमारी मांग थी कि प्रधानमंत्री खुद आकर बोले। पता नहीं क्यों प्रधानमंत्री नहीं बोल रहे हैं। हमें मजबूरन अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा। ये हमारी मजबूरी है।
हम जानते हैं कि इससे सरकार नहीं गिरेगी, पर हमारे पास कोई चारा नहीं है। देश के प्रधानमंत्री देश के सामने आकर मणिपुर पर कोई वार्ता करें।संसद में चल रहे गतिरोध पर समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने कहा कि कोई विरोध प्रदर्शन नहीं होगा। हर कोई काले कपड़े पहनेगा या अपनी बांह पर काला कपड़ा बांधेगा। हम चिंतित हैं क्योंकि मणिपुर की सीमा म्यांमार से लगती है, जहां सैन्य शासन है और आतंकवादियों को पनाह देता है।आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने कहा, “आज INDIA संघ के सांसदों ने फैसला किया है कि मणिपुर की जनता पर हो रहे अत्याचार और वहां की बेरहमी के विरूद्ध हम काले कपड़े पहनकर संसद जाएंगे। यह प्रतीकात्मक प्रदर्शन होगा कि हम इस शोक की घड़ी में मणिपुर की जनता के साथ खड़े हैं। हम सरकार को यह अनुभव कराने की कोशिश करेंगे कि इस देश का अभिन्न अंग, मणिपुर जल रहा है। हम सरकार से अपील करते हैं कि वे मणिपुर को बचाने के लिए अपनी संविधानिक जिम्मेदारी का पालन करे। राज्य सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए और मुख्यमंत्री को हटा दिया जाना चाहिए।“

बुधवार को विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है, जिसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने स्वीकार कर लिया है। लोकसभा अध्यक्ष सभी दलों से बातचीत के बाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए समय तय करेंगे। अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई ने पेश किया है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बताया कि ये कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव नहीं है, बल्कि इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के घटक दलों की तरफ से लाया गया है। नियम के अनुसार प्रस्ताव पर 10 दिनों के भीतर चर्चा होती है, लेकिन विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों ने गुरुवार को ही प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की है। संसद परिसर में धरने पर बैठे आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा, आज टीम ‘इंडिया’ के विरोध प्रदर्शन का चौथा दिन है। हम मांग कर रहे हैं कि पीएम मोदी को संसद में आना चाहिए और मणिपुर मुद्दे पर बोलना चाहिए। मणिपुर जल रहा है और लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं, लेकिन पीएम मोदी ‘इंडिया’ (विपक्षी गठबंधन) की तुलना आतंकवादी समूहों से कर रहे हैं और कह रहे हैं कि वह 2024 में सत्ता में आएंगे। उन्हें कम से कम कुछ संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।