मकर संक्रांति के पर्व पर आज प्रयागराज के संगम हरिद्वार की हर की पैड़ी वाराणसी उज्जैन समेत तमाम नदियों पर सुबह से ही श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं। तेज ठंड और कोहरे के बीच में प्रयागराज में सुबह से ही स्नान शुरू हो गया। देशभर में मकर संक्रांति का पर्व 2 दिन 14 और 15 जनवरी को होगा। परंपरा के अनुसार 24 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व पड़ता है इस वजह से देश की पवित्र पावन नदियों में लोग सुबह से ही स्नान, दान-पुण्य के लिए उमड़े हैं। मकर संक्रांति के स्नान पर्व पर संगम तट पर श्रद्धालुओं को सैलाब उमड़ पड़ा। इस कड़ाके की ठंड में ब्राह्म मुहूर्त से श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। मकर संक्रांति पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं।
मकर संक्रांति पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश से ही मांगलिक कार्यों की भी शुरुआत हो जाती है। श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में स्नान कर तिल और गुड़ का दान कर रहे हैं। श्रीधर्मज्ञानोपदेश संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी के अनुसार संक्रांति 14 जनवरी की रात 3.01 बजे लगेगी। यहीं, सूर्य मकर राशि में आकर उत्तरायण होंगे। इससे देवताओं का दिन व दैत्यों की रात्रि आरंभ होगी। समस्त शुभ कार्य आरंभ हो जाएंगे। संक्रांति 15 जनवरी की दोपहर 2.27 बजे तक है। उदयातिथि के कारण रविवार को उसका पुण्यकाल दिनभर माना जाएगा। पौराणिक मान्यता है कि संगम में स्नान करके यथासंभव दान करना अत्यंत पुण्यकारी है।