पहले लोकसभा चुनाव खत्म हुए उसके बाद चुनाव नतीजे आए। आखिरकार वह दिन आ गया जब नरेंद्र मोदी इतिहास रचते हुए तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। राजधानी दिल्ली में भाजपा समेत सभी पार्टियों के नेताओं की गाड़ियां दौड़ती हुई दिखाई दे रही हैं। कुछ घंटे बाद ही कौन-कौन मंत्री बनेगा तस्वीर सामने आ जाएगी। मंत्री पद की शपथ लेने के लिए नाम लगभग तय कर दी गए हैं । मंत्री पद की शपथ लेने वाले भाजपा समेत अन्य दलों के सांसदों ने चमकदार कुर्ता धारण कर लिया है। अब सांसदों को शाम होने का इंतजार है। शपथ लेने वाले सांसदों के करीबियों में खुशी का माहौल है। नरेंद्र मोदी आज शाम 7:15 बजे राष्ट्रपति भवन में तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले उन्होंने सुबह महात्मा गांधी और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को नमन किया। मोदी 3.0 के संभावित मंत्रियों को शपथ के लिए फोन पहुंचना शुरू हो गए हैं। चंद्रबाबू नायडू की TDP को एक कैबिनेट और एक राज्य मंत्री पद मिलना लगभग कंफर्म हो गया है। LJP(R) से चिराग पासवान, JDU से रामनाथ ठाकुर और ललन सिंह, HAM के जीतनराम मांझी और अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल को भी मंत्री बनाया जा सकता है।
हरियाणा से पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और राव इंद्रजीत को भी फोन आया है। कहा जा रहा है कि कैबिनेट में यूपी-राजस्थान और गुजरात की हिस्सेदारी घटेगी। शपथ लेने के साथ ही मोदी पूर्व पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू के लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बनने के 62 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। नेहरू 1952, 1957 और 1962 में लगातार 3 बार विजयी होकर पीएम बने थे। हालांकि, नेहरू की सरकार पूर्ण बहुमत की थी। मोदी की तीसरी पारी गठबंधन की बुनियाद पर चलेगी। बता दें कि 7 जून को संसद के सेंट्रल हॉल में हुई मीटिंग में NDA नेताओं ने मोदी को अपना नेता चुन लिया। अब शपथ का इंतजार है। समारोह में चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान को छोड़कर 7 पड़ोसी देशों- श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव, सेशेल्स, मॉरिशस, नेपाल और भूटान के राष्ट्र प्रमुख शामिल होंगे।देश में 1990 के दशक से गठबंधन की राजनीति चल रही थी। इस चलन को मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने 2014 और 2019 में पूर्ण बहुमत हासिल करके तोड़ा था। हालांकि, 2024 में भाजपा 240 सीटों पर सिमट गई और बहुमत के लिए उसे अपने सहयोगी दलों की जरूरत पड़ी।
2014 में मोदी की पहली कैबिनेट में 46 मंत्री थे। इनमें 24 कैबिनेट, 10 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 12 राज्यमंत्री थे। 2019 में मोदी के साथ 58 मंत्रियों ने शपथ ली। दोनों कार्यकाल में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद 71 और 72 मंत्री हो गए थे। संविधान के आर्टिकल 75 के मुताबिक, मंत्रिपरिषद में मंत्रियों की संख्या लोकसभा के कुल सदस्यों (543) की संख्या के 15% यानी 81 से ज्यादा नहीं हो सकती। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि I.N.D.I.A. ब्लॉक कभी भी सरकार बना सकती है। उन्होंने कहा, ‘ऐसा मत सोचिए कि हमने अभी तक सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है तो कभी नहीं करेगा। हम बस इंतजार कर रहे हैं क्योंकि चीजें बदलती हैं। आखिरकार सरकार I.N.D.I.A. की ही बनेगी, लेकिन NDA को कुछ दिन सरकार चला लेने दीजिए। कौन जानता है कि ये सरकार सिर्फ 15 दिन चले।