कई दिनों से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) और कांग्रेस की दोस्ती के चर्चे चल रहे थे। 15 दिनों में प्रशांत किशोर ने सोनिया गांधी के साथ दिल्ली स्थित 10 जनपथ में तीन लंबी बैठक की। बैठक में पीके ने साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत पार्टी के दिग्गज नेताओं को अपना प्रेजेंटेशन भी दिया था। सोमवार तक लग रहा था कि प्रशांत किशोर जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। लेकिन आज पीके और कांग्रेस के बीच सौदा पट नहीं पाया। सोनिया गांधी को चुनावी रणनीतिकार पीके की शर्तें पसंद नहीं आईं। आखिरकार प्रशांत किशोर कांग्रेस की दहलीज तक ही पहुंच पाए। प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में शामिल होने से मना कर दिया। 15 दिनों से अटकलें चल रही थीं कि पीके कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे। प्रशांत ने इस पर खुद ही विराम लगा दिया और कहा कि कांग्रेस को मेरी नहीं, अच्छे नेतृत्व की जरूरत है। मंगलवार को कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप 2024 का गठन किया और प्रशांत किशोर को जिम्मेदारी देते हुए ग्रुप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया लेकिन उन्होंने मना कर दिया।