Congress 85th Plenary session : रायपुर महाधिवेशन में कांग्रेस का नया नारा 'सेवा-संघर्ष और बलिदान सबसे पहले हिंदुस्तान', खड़गे, सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना - Daily Lok Manch PM Modi USA Visit New York Yoga Day
October 18, 2024
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Congress 85th Plenary session : रायपुर महाधिवेशन में कांग्रेस का नया नारा ‘सेवा-संघर्ष और बलिदान सबसे पहले हिंदुस्तान’, खड़गे, सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना



छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस के 85वें अधिवेशन को लेकर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह छाया हुआ है। पिछले महीने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर उत्साहित कांग्रेस अब इस अधिवेशन से साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर पार्टी महत्वपूर्ण रणनीति भी बनाने में लगी हुई है। ‌तीन दिनों तक अधिवेशन के दौरान देश के अलग-अलग विषयों पर बात होगी, जिससे कांग्रेस की दशा और दिशा भी तय होगी। छत्तीसगढ़ समेत मध्य प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जबकि अगले साल लोकसभा चुनाव हैं। ऐसे में ये अधिवेशन कांग्रेस के लिए बहुत खास माना जा रहा है तो छत्तीसगढ़ में होने से भूपेश बघेल के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। ‌ वहीं कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजनीति से रिटायर होने के संकेत भी दे दिए। इस अधिवेशन में शामिल होने के लिए देश भर से कांग्रेस के नेता पूरे जोश के साथ में एकत्र हुए हैं। 24 से लेकर 26 फरवरी तक चलने वाले कांग्रेस के इस अधिवेशन को लेकर पूरे रायपुर को सजाया गया है। शनिवार को अधिवेशन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। अपने संबोधन के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में नफरत का माहौल है। मोदी सरकार रेल-जेल-तेल सब कुछ अपने मित्रों को बेच रही है। दिल्ली सरकार में बैठे लोगों का डीएनए गरीब विरोधी है। मल्लिकार्जुन ने कहा कि राहुल गांधी ने देश में रोशनी की उम्मीद जगाई है। वह सर्दी, गर्मी, बर्फ, बारिश के मौसम की परवाह नहीं करते हुए यात्रा में चलते रहे। भारत का तिरंगा थामे करोड़ों लोग उनके साथ चलें भी और जुड़े भी। खड़गे ने कहा कि देश का दर्द कांग्रेस जानती है। खड़गे ने कहा कि देश 5 सालों में सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। केंद्र सरकार लोगों के अधिकारों पर हमला कर रही है। उन्होंने कहा इस वजह से हमारा नारा होगा, “सेवा, संघर्ष और बलिदान सबसे पहले हिंदुस्तान”। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों के इस्तेमाल से चुनी हुई सरकारों को गिराने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि इस अधिवेशन को रोकने के लिए छापा मारा गया, लेकिन हमारे नेताओं ने डटकर मुकाबला किया। खड़गे ने कहा कि कोरोना के समय गंगा मां लाशों से पटी पड़ी थीं और दिल्ली में लोग अपनी पीठ थपथपा रहे थे। पीएम के दोस्त की संपत्ति 13 गुना बढ़ गई। रोज प्रचार छपवाने वाले प्रधान सेवक अपने मित्र की सेवा कर रहे हैं। आज सवाल है कि एसबीआई, एलआईसी बचेगी या उसे भी बेच देंगे! जो कुछ हमने बनाया वो बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक रूप से पिछड़े, अल्पसंख्यकों को सत्ता के बुलडोजर से कुचला जा रहा है। महाधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में गरीबों, आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ गए हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। वोट लेने के लिए पिछड़ों की बात करते हैं, लेकिन भूल जाते हैं कि सरकारी कंपनियों को बेचने से पिछड़ों की नौकरी भी खत्म हो रही है। उन्होंने कहा कि चीन के अतिक्रमण पर घुटने टेक दिए। हम भारत की सेना के साथ खड़े हैं। सेना बहादुर है, सरकार विफल है। मल्लिकार्जुन ने कहा कि पीएम कहते हैं कोई घुसा नहीं, विदेश मंत्री कहते हैं कि हम चीन से लड़ नहीं सकते, क्योंकि वो बड़ी अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि चीन से जमीन छीन कर अप्रैल 2020 की स्थिति वापस दिलाएंगे तभी समझेंगे कि आपकी 56 इंच की छाती है। खड़गे ने कहा कि वो सभी दल जो बीजेपी, आरएसएस से लड़ने को तैयार है हम उन्हें साथ लेने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ ताकतों ने साजिश कर बेहद ईमानदार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बदनाम किया।महाधिवेशन के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रायपुर पहुंच गई है। रायपुर पहुंचने के बाद प्रियंका गांधी में एयरपोर्ट के बाहर रोड शो किया। बता दें कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट पर प्रियंका गांधी का भव्य स्वागत किया। इस दौरान लाल गुलाब से कार्पेट बिछाकर कांग्रेसियों ने प्रियंका गांधी का स्वागत किया। इस अधिवेशन में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल, कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख मोहन मरकाम, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत सैकड़ों कांग्रेसी नेता मौजूद हैं। बता दें कि राहुल गांधी आखिरी दिन, यानी रविवार को संबोधित करेंगे।





संबोधन के दौरान सोनिया ने कहा-देश और कांग्रेस के लिए ये चुनौती का वक्त–



मल्लिकार्जुन खड़गे के बाद कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अधिवेशन को संबोधित किया। सोनिया गांधी ने सत्तारुढ़ प्रतिद्वंदी पार्टी बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, केंद्र सरकार हर संवैधानिक संस्था का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा, यह कांग्रेस और देश के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय है। बीजेपी-आरएसएस ने देश की हर एक संस्था को पकड़ लिया है और वह उन संस्थाओं को खत्म करने का काम कर रही है। इसने कुछ व्यापारियों के साथ मिलकर देश को आर्थिक रूप से बर्बाद करने का काम किया है। सोनिया गांधी ने कहा कि, राहुल गांधी ने मुश्किल यात्रा को पूरा किया। देश और कांग्रेस के लिए ये चुनौती का वक्त है। सोनिया गांधी ने राजनीति से रिटायरमेंट का इशारा कर दिया। सोनिया ने शनिवार को अपने संबोधन में कहा, भारत जोड़ो यात्रा के साथ ही मेरी राजनीतिक पारी अब अंतिम पड़ाव पर है। जिस बात से मुझे सबसे ज्यादा संतुष्टि है, वह ये कि भारत जोड़ो यात्रा के साथ अब मेरी पारी समाप्त हो सकती है। ये पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। सोनिया गांधी ने कहा, हमने 10 साल मनमोहन सिंह के नेतृत्व ने बहुत अच्छी सरकार दी थी। हम लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैंं। साथ ही कहा कि कांग्रेस जनों को बीजेपी के खिलाफ संघर्ष करना होगा। यह आसान नहीं है, लेकिन कांग्रेस का इतिहास संघर्षों का रहा है। इसलिए उन्हें पूरी उम्मीद है कि पार्टी को अपने प्रयासों में कामयाबी मिलेगी। सोनिया ने कहा कि 1998 में वे पहली बार कांग्रेस की अध्यक्ष बनी थीं। बीते 25 वर्षों में पार्टी को कई बार कामयाबियां मिली तो कई बार निराशा भी झेलनी पड़ी। इन सबके बीच पार्टी ने देश की बेहतरी के लिए लगातार संघर्ष किया और यह उन्हें सबसे ज्यादा संतोष देता है। उन्होंने कहा कि देश की हालत लगातार बद से बदतर हो रही है। बीजेपी सरकार अपने स्वार्थ पूरे करने में लगी है। स्थितियां काफी हत तक वैसी ही हैं, जैसी राजनीति में उनके प्रवेश के समय थीं। हालात को बेहतर करने के लिए कांग्रेस जनों को संघर्ष करना होगा। यह आसान नहीं होगा, लेकिन कांग्रेस संघर्षों से कभी पीछे नहीं हटी। इसलिए अंततः जीत मिलेगी, इसका उन्हें पूरा भरोसा है। सोनिया ने राहुल गांधी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि देश में नफरत और द्वेष के माहौल के बीच राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली। इस यात्रा के जरिए उन्होंने पूरे देश को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है। बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस के अधिवेशन में स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई। इसमें यह फैसला हुआ कि कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के चुनाव नहीं होंगे। बैठक में शामिल सदस्यों ने आम सहमति से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सीडब्ल्यूसी मेंबर चुनने का अधिकार दिया। इसके साथ ही संगठन में एससी-एसटी और ओबीसी, युवाओं और महिलाओं को 50 फीसदी तक आरक्षण देने का फैसला हुआ। वहीं कांग्रेस ने अपने संविधान में कुछ सुधार किए हैं। जिसके बाद अब कांग्रेस कार्यसमिति में 35 सदस्य होंगे, जिनमें से 50% महिलाएं, ओबीसी, अल्पसंख्यक होंगे। इससे पहले सीडब्ल्यूसी में 23 सदस्य होते थे। कांग्रेस पार्टी के संविधान के 16 अनुच्छेदों और 32 नियमों में संशोधन करेगी। उनमें से एक पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और एक पूर्व प्रधानमंत्री को कांग्रेस कार्यसमिति का सदस्य नियुक्त करने के लिए रास्ता साफ करेगी। अगर प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी सीडब्ल्यूसी के सदस्य बन सकेंगे और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी पार्टी के शीर्ष निर्णय लेने वाले निकाय के सदस्य बन सकेंगे। रायपुर में शुक्रवार को हुई संचालन समिति में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को नई सीडब्ल्यूसी के गठन का अधिकार दिया गया।कांग्रेस के अधिवेशन में पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार पर देश के कई मुद्दों पर निशाना साधा। बोले- महंगाई, बेरोजगारी, चीन और अडानी मसले सहित कई ज्वलंत मुद्दों पर प्रधानमंत्री को बात करने का समय नहीं है। इन मसलों पर बातचीत पर कोई जवाब ही नहीं मिलता। उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष के चयन पर भी तंज कसा। कांग्रेस संचार प्रमुख के अध्यक्ष जयराम रमेश ने कहा है कि स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई है। सभी सदस्यों ने अपनी राय रखी है। सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष को यह अधिकार दिया जाए कि वह कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों को मनोनीत करें। हमारे पार्टी के संविधान में बड़े महत्वपूर्ण संशोधन का प्रस्ताव है। इस पर भी विचार होगा। सचिन पायलट ने कहा- इस अधिवेशन में आने वाली राजनीति का रास्ता तय होगा। सभी कार्यकर्ताओं के अंदर एक ऊर्जा का संचार होगा। भाजपा की नाकामी हम लोगों को जन-जन तक पहुंचाना है। मुझे लगता है कि सहयोगियों के साथ हम लोग 2024 का चुनाव चुनौती देकर जीत सकते हैं। भारत सरकार एजेंसीज का दुरुपयोग कर रही है। चाहे वह बीबीसी के दफ्तर पर छापा हो या फिर कांग्रेस के लोगों को जबरदस्ती गिरफ्तार करना हो।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने 100 साल पहले कर्नाटक में हुए महाधिवेशन की दिलाई याद–


कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि 1885 से अब तक कांग्रेस के 138 साल के इतिहास में 84 अधिवेशन हो चुके हैं। ये 85वां अधिवेशन इस लिहाज से खास है कि आज से करीब 100 साल पहले 1924 में महात्मा गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे। तब यह महाधिवेशन मेरे गृह राज्य कनार्टक में बेलगांव में हुआ था। उन्होंने कम समय में कांग्रेस को गरीब कमजोर तबकों, गांव देहात और नौजवानों को एक साथ जोड़कर एक आंदोलन बना दिया था। 100 साल बाद उसी संकल्प की जरूरत है। ये उनके प्रति हमारी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी। खड़गे ने आगे कहा कि इस मौके पर मैं ये बात रखना भी जरूरी समझता हूं कि राहुल जी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा से देश भर में जिस ऊर्जा भरी और महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक मुद्दों पर जिस तरह जागरूकता फैलायी, उस जोश को हमें बनाए रखना है। छत्तीसगढ़ के इतिहास में कांग्रेस का यह महाधिवेशन आधा दर्जन राज्यों के विधान सभा चुनावों और उसके बाद 2024 के आम चुनावों की पृष्ठभूमि में हो रहा है। हमारे सामने ये एक बड़ी चुनौती भी है और एक बड़ा अवसर भी है। लेकिन उन्होने छोटी सी अवधि में कांग्रेस को गरीबों, कमजोर तबकों, गांव देहात और नौजवानों से जोड़ कर एक आंदोलन बना दिया था।
सौ साल बाद फिर से उसी संकल्प और भाव की जरूरत है। ये उनके प्रति हमारी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी।
कांग्रेस के हर महाधिवेशन में कुछ अहम फैसले हुए हैं, जिससे हमारा संगठन आगे बढ़ा। कुछ अधिवेशन मील के पत्थर बने। वहां होने वाले फैसले आज भी इतिहास में याद किए जाते हैं। फैजपुर, बांकीपुर, हरिपुरा से लेकर तमाम जगहें लोगों को केवल इस नाते याद है क्योंकि वहां कांग्रेस का अधिवेशन हुआ था। हमारे सामने ये मौका है कि नया रायपुर को भी हम इतिहास में इस तरह दर्ज करा दें की आने वाले समय में यह हमे रास्ता दिखाता रहे। इस मौके पर मैं ये बात रखना भी जरूरी समझता हूं कि राहुलजी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा से देश भर में जिस ऊर्जा भरी और महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक मुद्दों पर जिस तरह जागरूकता फैलायी, उस जोश को हमें बनाए रखना है। छत्तीसगढ़ के इतिहास में कांग्रेस का यह महाधिवेशन आधा दर्जन राज्यों के विधान सभा चुनावों और उसके बाद 2024 के आम चुनावों की पृष्ठभूमि में हो रहा है। हमारे सामने ये एक बड़ी चुनौती भी है और एक बड़ा अवसर भी है। यहां से हमारा सार्थक संदेश करोड़ों साथियों तक एक नई ऊर्जा के साथ पहुंचेगा तो वो कार्यकर्ता उसे गांव-गांव उसे पहुंचा कर जनता का विश्वास हासिल करने में कामयाब होंगे। हम जो फैसले लेंगे वो कन्याकुमारी से कश्मीर तक हमारी पार्टी के भविष्य का एक मजबूत आधार बनेंगे। इस नाते आप सभी साथियों से मेरा अनुरोध है कि आप खुल कर और व्यवहारिक पक्ष को ध्यान में रख कर अपनी बातें रखें। वो बातें रखें जो जनता के मुद्दों से सीधे जुड़ी हों। और जिससे GRASSROOT से जुड़े साथियों में ठोस संदेश और संकेत जाये। हमें सामूहिक तौर पर यहां बहुत से फैसले लेने हैं, जिन पर हमारी पार्टी और हम सबका भविष्य जुड़ा हुआ है। हमारा महाधिवेशन ऐसे दौर में हो रहा है, जब इस देश के सामने कई गंभीर चुनौतियां खड़ी हैं। लोकतंत्र और संविधान पर खतरा मंडरा रहा है। संसदीय संस्थाएं भी गंभीर संकट से जूझ रही हैं। राजनीतिक गतिविधियों पर भी पहरेदारी हो रही है। इस नाते हमें बहुत सोच विचार कर तथ्यों के साथ अपने विचारों को आगे बढाना है क्योंकि इस महाधिवेशन पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई हैं। आप सभी मित्र ये जानते ही हैं कि हमारी कांग्रेस पार्टी के संविधान में यह प्रावधान है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद पार्टी की कार्यसमिति, स्टीयरिंग कमिटी के रूप में तब्दील हो जाती है। हमारी अगली बैठक होगी तब तक नयी कांग्रेस कार्यसमिति’ के गठन की प्रक्रिया को हम पूरा कर चुकेंगे। कई दशको से कांग्रेस की ये परंपरा चली आ रही है, जिसका हम अच्छी तरह पालन कर रहें हैं। यही कार्यप्रणाली हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। ये बहुत अहम काम है, जिसे हमें बहुत गंभीरता के साथ करना है। क्योंकि इसमें देश की बुनियादी समस्याओं को लेकर हमारी समझ और भविष्य के लिए हमारी दूरदर्शिता दोनों दिखेगी। आपमें से अधिकतर साथियों के पास जमीनी अनुभव भी है और प्रशासनिक भी। इस नाते सारे पक्षों की व्यापक समझ है और ये सभी काम बहुत अच्छे तरीके से होंगे मैं ऐसा भरोसा करता हूं। मुझे विश्वास है कि आप सभी की सक्रिय और रचनात्मक भागीदारी से ये महाधिवेशन देश में बदलाव का प्रेरक होगा। और कांग्रेस के इतिहास में याद रखा जाएगा।

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