पिछले महीने जून में मानसून के आते ही हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा का कहर जारी है। अभी तक हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और लैंडस्लाइड में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। एक बार फिर हिमाचल के मंडी में सोमवार देर रात बादल फट गया। अब तक तीन लोगों की मौत हो गई और 2 अन्य लापता है। 15 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया। मंडी शहर के कई इलाकों में बाढ़ आने से 50 से अधिक गाड़ियां मलबे में दब गई और कुछ गाड़ियां बह भी गई हैं । मंडी जिले में बीते 12 घंटे से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। भारी बारिश के चलते दो प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग चंडीगढ़-मनाली एनएच और पठानकोट-मंडी एनएच बीती रात से यातायात के लिए पूरी तरह बंद हो गए हैं। चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर 4 मील, 9 मील, दवाड़ा, झलोगी सहित कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है, जिससे सड़क पर भारी मलबा आ गया है और मार्ग अवरुद्ध हो गया है।फिलहाल, प्रशासन की तरफ से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
बाढ़ के 5 वीडियो
इसी तरह मंडी के धर्मपुर उपमंडल में भी कई जगह फ्लेश फ्लड की सूचना है। यहां पर पीडब्ल्यूडी विभाग के दफ्तर के बार रात को नाले में बाढ़ आ गई थी और नाइट ड्यूटी पर आया स्टाफ फंस गया था। जिसे कड़ी मशक्कत के बाद लोगों ने निकाला। यहां पर पुल के पास नीचे की तरफ बने विभाग के दफ्तर में आधी रात को सड़क के ऊपर पहाड़ी से लैंडस्लाइड और फिर मलबे ने दफ्तर की बिल्डिंग को चपेट में ले लिया।
बाढ़ और बारिश की 4 तस्वीरें




धर्मपुर के पूर्व विधायक और मंत्री रहे महेंद्र सिंह ठाकुर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि धर्मपुर लोक निर्माण विभाग के पास हुए भूस्खलन की खबर दुखद है। इसके अलावा मंडी में रात को हुए नुकसान की खबर भी दुखद है। ईश्वर सबकी रक्षा करे। वहीं देशभर में बारिश के कारण जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पूर्वी राजस्थान के 14 जिलों के लिए बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।