आयकर विभाग ने आज सोमवार को जानकारी दी कि आकलन वर्ष (Assessment Year) 2025-26 के लिए अब तक 7 करोड़ से ज्यादा आयकर रिटर्न (ITRs) दाखिल किए जा चुके हैं। विभाग ने बताया कि जैसे-जैसे अंतिम तिथि 15 सितंबर करीब आ रही है, करदाताओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। गौरतलब है कि आकलन वर्ष वह वित्तीय वर्ष होता है जिसमें पिछले वित्तीय वर्ष की आय (income) का मूल्यांकन और टैक्स की गणना की जाती है।
आयकर विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए करदाताओं और टैक्स प्रोफेशनल्स का धन्यवाद किया और अपील की कि जिन्होंने अभी तक रिटर्न दाखिल नहीं किया है, वे जल्द से जल्द प्रक्रिया पूरी करें। साथ ही विभाग ने यह भी भरोसा दिलाया कि करदाताओं को रिटर्न दाखिल करने, टैक्स भुगतान करने और अन्य सेवाओं के लिए 24 घंटे सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए कॉल, लाइव चैट, वेबएक्स सत्र और सोशल मीडिया के माध्यम से मदद दी जा रही है।
हाल ही में रिटर्न दाखिल करने की समय-सीमा बढ़ाने से जुड़ी खबरों को विभाग ने पूरी तरह गलत बताया। रविवार को विभाग ने स्पष्ट किया था कि ऐसी सभी रिपोर्टें “फर्जी खबर” हैं और 15 सितंबर ही अंतिम तिथि बनी हुई है। गौरतलब है कि सरकार ने पहले मई में गैर-ऑडिट मामलों के लिए अंतिम तिथि 31 जुलाई से बढ़ाकर 15 सितंबर कर दी थी। विभाग का कहना है कि इस बार दाखिल किए गए आयकर रिटर्न की बढ़ती संख्या कर अनुपालन (tax compliance) के प्रति मजबूती और देश में करदाताओं के बढ़ते आधार को दर्शाती है।-
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