देश के पूर्वोत्तर राज्य के मणिपुर में भाजपा सरकार है। मणिपुर में राज्य मंत्री ने अपने घर की टाइट सुरक्षा के लिए चारों ओर से कटीले तारों का जाल बिछा दिया है। मंत्री जी ने यह इसलिए किया है कि पिछले दिनों उपद्रवियों ने उनके घर को निशाना बनाया था। इसके बाद राज्य मंत्री ने यह ठोस कदम उठाया है। सोशल मीडिया पर भी उनके घर के चारों ओर लगाया गया था का वीडियो वायरल हो रहा है। बता दें कि मणिपुर में हालिया हुई हिंसा के चलते तनाव है। 16 नवंबर को मुख्यमंत्री बीरेन सिंह और 17 विधायकों के घर हमले हुए थे। राज्य के मंत्री एल सुसींद्रो के घर को भी निशाना बनाया गया था। अब सुसींद्रो ने मणिपुर ईस्ट स्थित अपने घर को कंटीले तारों और लोहे के जाल से घेर दिया है। सुसींद्रो ने कहा कि संपत्ति की रक्षा करना हमारा संवैधानिक हक है। अगर भीड़ ने फिर हमला किया तो इसका जवाब दिया जाएगा। सुसींद्रो काफी चर्चा में रहते हैं। जब मणिपुर में हथियार लूटे जा रहे थे, तब उन्होंने घर में वेपंस ड्रॉप बॉक्स बनाया था, ताकि लोग हथियार जमा कर दें। सुसींद्रो, मैतेई समुदाय से आते हैं। बता दें कि पिछले हाल ही में हुई हिंसक हत्याओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को विधायकों और मंत्रियों के घरों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। उग्र भीड़ ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के निजी आवास में घुसने की भी कोशिश की। इंफाल में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, खास तौर पर मुख्यमंत्री के आवास और राजभवन के आसपास, प्रभावित इलाकों में वाहनों की आवाजाही सीमित कर दी गई है। बढ़ती हिंसा के बीच प्रशासन ने 16 नवंबर को सात जिलों – इंफाल पूर्व और पश्चिम, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग, कांगपोकपी और चुराचंदपुर – में ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को दो दिनों के लिए निलंबित कर दिया था, ताकि असामाजिक तत्वों को ऐसी सामग्री फैलाने से रोका जा सके, जिससे कानून और व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है। इस पाबंदी को और दो दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है। हालांकि, राज्य सरकार ने कहा कि “आम लोगों की परेशानियों को देखते हुए ब्रॉडबैंड सेवाओं पर निलंबन आज हटा लिया गया, क्योंकि इंटरनेट प्रतिबंध ने महत्वपूर्ण कार्यालयों, संस्थानों और घर से काम करने वाले लोगों के कामकाज को प्रभावित किया था।” वहीं, बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए मणिपुर पुलिस ने इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व दोनों जिलों में कर्फ्यू लगा दिया।