साल 2003 से 2010 के बीच में ब्राजील के दो बार राष्ट्रपति चुने गए लूला डा सिल्वा एक बार फिर प्रेसिडेंट होंगे । ब्राजील में रविवार को हुए चुनाव में वामपंथी गठबंधन के नेता लुइस इनासियो लूला डी सिल्वा (Lula Da Silva) अब नए राष्ट्रपति होंगे। उन्होंने मौजूदा राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो (Jair Bolsonaro) को बेहद कड़े मुकाबले में हरा दिया है। लूला को 50.9 प्रतिशत और जेयर को 49.2 प्रतिशत वोट मिले हैं। लूला ब्राजील की तीसरी बार सत्ता संभालेंगे। लूला वामपंथी वर्कर्स पार्टी से हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक वो 1 जनवरी 2023 को पद संभालेंगे, तब तक बोल्सोनारो केयरटेकर राष्ट्रपति बने रहेंगे । 30 अक्टूबर को राष्ट्रपति चुनाव के लिए दूसरे राउंड की वोटिंग हुई। लूला डा सिल्वा को 50.90%, जबकि बोल्सोनारो को 49.10% वोट मिले। ब्राजील के संविधान के मुताबिक, चुनाव जीतने के लिए किसी भी कैंडिडेट को कम से कम 50% वोट हासिल करने होते हैं। पिछले महीने हुई पहले राउंड की वोटिंग में लूला को 48.4%, जबकि बोल्सोनारो को 43.23% वोट मिले थे। 77 साल के लूला डा सिल्वा ने चुनाव मैदान में भ्रष्टाचार को खत्म करने का अभियान छेड़ा था। उनका कहना था कि बोल्सोनारो के दौर में भ्रष्टाचार बढ़ा। वैसे लूला भी राष्ट्रपति रह चुके हैं और उन्हें भ्रष्टाचार के कारण पद छोड़ना पड़ा था। भ्रष्टाचार के आरोपों सही साबित होने के बाद वे 580 दिन जेल में रहे थे। इस साल लूला 6वीं बार राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ रहे थे, जिसमें उन्हें जीत मिली। उन्होंने पहली बार 1989 में चुनाव लड़ा था। ये तीसरी बार होगा जब लूला राष्ट्रपति पद संभालेंगे।