गोपालपुर/सुजानगंज । गोपालपुर, थाना सुजानगंज स्थित संकट मोचन हनुमान जी और शिव जी का मंदिर, जो क्षेत्र की आस्था, परंपरा और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक है, सैकड़ों वर्ष पुराना है और जिसका जीर्णोद्धार 2017 में कराया गया था। यह मंदिर पिछले कुछ दिनों से अराजक तत्वों के कब्जे में आता जा रहा था। दोपहर से शाम तक शराब, ताश, जुआ, हुड़दंग और गाली-गलौज जैसी अधार्मिक गतिविधियों ने मंदिर की गरिमा को गहरा धक्का पहुँचाया। महिलाएं और भक्त मंदिर के माहौल से भयभीत और असहज हो गए थे। जबकि सावन का महीना चल रहा है।

रविवार को डॉ. अखिलेश मोदनवाल द्वारा इस विषय को लेकर मुख्यमंत्री को ट्वीट किया गया, जिसे संज्ञान में लेते हुए जौनपुर एसपी कार्यालय द्वारा थाना सुजानगंज को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए। हालांकि इसके पूर्व आईजीआरएस और 112 नंबर पर भी शिकायत की गई थी। ट्वीट के बाद पुलिस तत्काल हरकत में आई और जब मंदिर पर दबिश दी गई, तो अधिकतर अराजक तत्व फरार हो गए। केवल एक युवक, अंकित पुत्र सुरेश सरोज, पकड़ा गया, जिसे थाने लाकर 3–4 घंटे बैठाया गया और चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। कई अन्य अराजक तत्वों की पहचान की गई है।
इससे पूर्व, मंदिर प्रबंधक व पुजारी शिवकुमार ने बताया कि कई बार 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस भी आती है, लेकिन पुलिस के जाने के बाद अराजक तत्व व्यक्तिगत रूप से उन्हें टारगेट करते हैं। पिछले तीन दिनों से महेंद्र गौतम (पुत्र स्व. मोती), राजेश गौतम (पुत्र टेढ़ई) और राजेश के एक अन्य साथी द्वारा लगातार गाली-गलौज की गई और पूजा-पाठ रोकने की धमकियाँ दी गईं। इसी कारण पिछले दो दिनों से मंदिर में नियमित पूजा और दिया-सलाई बाधित हो गई है।
डॉ. अखिलेश मोदनवाल ने बताया कि पुलिस की तात्कालिक प्रतिक्रिया से यह संदेश अवश्य गया होगा कि कानून मौन नहीं है। लेकिन स्थायी समाधान के लिए आवश्यक है कि मंदिर क्षेत्र में लगातार पुलिस पेट्रोलिंग हो, और अराजक तत्वों की पहचान कर उन पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए जिससे हमारी धार्मिक पहचान सुरक्षित रहे और कानून पर भी विश्वास बना रहे।
पंकज मणि तिवारी, जौनपुर
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