आज देश भर में करवा चौथ का त्योहार मनाया जाएगा। हिंदू धर्म में इस त्योहार का खास महत्व है। महिलाएं अपनी पति की लंबी आयु की कामना के लिए इस व्रत को करती हैं। इस बार करवा चौथ का व्रत आज शुक्रवार को रखा जा रहा है। करवा चौथ का व्रत बेहद कठिन होता है और इसे अन्न और जल ग्रहण किए बिना ही सूर्योदय से रात में चन्द्रमा के दर्शन तक महिलाएं रखती हैं।
राजधानी दिल्ली में रात 8.13 बजे, गुरुग्राम में रात 8.13 बजे, गाजियाबाद में रात 8.13 बजे चांद निकलने की संभावना है। इसके अलावा नोएडा में रात 8.13 बजे, मुंबई में रात 8.55 बजे, कोलकाता में शाम 7.30 बजे, चेन्नई में रात 8.38 बजे, चंडीगढ़ में रात 8.08 बजे, लुधियाना में रात 8.11 बजे, इंदौर में रात 8.33 बजे, भोपाल में रात 8.26 बजे, जयपुर में रात 8.22 तथा रायपुर में शाम 7.43 बजे चांद के दीदार होने की संभावना है। देहरादून में करवा चौथ की रात्रि में चांद लगभग 8 बजकर 4 मिनट पर दिखाई देगा। चांद दिखने के बाद महिलाएं पूजा आरंभ करेंगी और व्रत का पारण करेंगी।
करवा चौथ नाम अपने आप में ही काफी रहस्य समेटे हुए है। बताया जाता है कि करवा एक मिट्टी का बना हुआ खास बर्तन होता है। प्राचीन समय में मिट्टी के बर्तन काफी उपयोग हुआ करते थे। इन बर्तनों को पवित्र माना जाता रहा है। आज भी पूजा पाठ के दौरान विशेषकर मिट्टी के बर्तनों के उपयोग का प्रचलन है। करवा चौथ की पूजा के लिए आज भी दो करवा बनवाने का नियम हैं। इनपर रक्षा सूत्र बांधा जाता है। इसके साथ ही आटे और हल्दी से स्वास्तिक का चिन्ह बनाया जाता है। करवा चौथ का व्रत विवाहित महिलाएं करती हैं। करवा चौथ के व्रत का हिंदू धर्म का खास महत्व है। करवा चौथ के दिन पूजा करने के दौरान सोलह श्रृंगार करना शुभ और अनिवार्य माना गया है। यह सौभाग्य का प्रतीक है। माना जाता है कि अगर संभव हो, तो विवाहित महिलाएं एक जगह एकत्र होकर पूजा करें। कहा जाता है कि सामूहिक पूजा से सकारात्मक ऊर्जा और पुण्य दोनों बढ़ते हैं।