पिछले कुछ समय से भारत के लोगों का विदेश में जाकर बसना और वहां की नागरिकता लेना बढ़ता जा रहा है। यह हम नहीं बता रहे हैं बल्कि विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले 6 महीने में भारतीय नागरिकता छोड़कर दूसरे देश की नागरिकता लेने वालों की संख्या में काफी ज्यादा इजाफा हुआ। साल 2023 के पहले छह महीने में ही अभी तक 87 हजार से भारतीय नागरिक भारत की नागरिकता को छोड़ चुके हैं। संसद के मानसून सत्र में विदेश मंत्रालय ने एक लिखित जवाब में इसका खुलासा किया है। विदेश मंत्री ने कहा, ‘पिछले दो दशकों में वैश्विक कार्यस्थलों पर कार्य करने के लिए जाने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या काफी अधिक हो गई है. उनमें से कई ने व्यक्तिगत सुविधाओं के कारणों से विदेशी नागरिकता लेने का विकल्प चुना है। एस जयशंकर ने बताया कि कई लोगों ने व्यक्तिगत सुविधा की वजह से भारत छोड़ विदेशी नागरिकता लेने का विकल्प चुना है। इसके अलावा बड़ी संख्या में भारतीय लोग ग्लोबल वर्कप्लेस की तलाश कर रहे हैं। क्योंकि भारत में दोहरी नागरिकता नहीं अपनाई जा सकती हैं। ऐसे में जब भारतीय विदेश जाते है, तो पीआर सुरक्षित करने के लिए उन्हें कभी-कभी अपनी भारतीय नागरिकता छोड़नी पड़ जाती है।
विदेश मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार भारत छोड़कर विदेश में रहने वाले भारतीयों को अमेरिका सबसे ज्यादा पंसद आ रहा है। 2021 में कुल 78,284 लोग भारत छोड़कर अमेरिका की नागरिकता ले चुके है। भारत के लोगों को दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया पसंद आ रहा है। साल 2021 के डेटा के मुताबिक 23,533 भारतीय लोग ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता ले चुके हैं। इसके अलावा तीसरे नंबर पर इंडियंस कनाडा जाकर बस रहे है। साल 2021 में 21,597 लोग कनाडा के नागरिक बन गए थे। चौथे और पांचवें नंबर पर इंडियंस यूके और इटली को पसंद कर रहे हैं।