जोशीमठ मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार 12 जनवरी को राजधानी दिल्ली में बड़ी बैठक की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव और राहत बचाव को लेकर जानकारी ली। बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, भूपेंद्र यादव, गजेंद्र शेखावत के साथ-साथ सेना के अधिकारी मौजूद रहें। वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार रात जोशीमठ पहुंचकर पीड़ित परिवारों के साथ बात की। रात में सीएम धामी जोशीमठ में रुके। उन्होंने बीती रात अलग-अलग राहत कैंपों में जाकर प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। जिससे पहले वो जोशीमठ के मशहूर नरसिंह मंदिर में प्रार्थना करने पहुंचे। बता दें कि धामी सरकार की तरहफ से प्रभावित परिवारों को 1.50 लाख रुपए की तत्काल अंतरिम सहायता राशि दी जाएगी। इसके साथ ही उनके राहत और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किए जाने का काम किया जा रहा है। चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में 19 सदस्यों की टीम का गठन किया गया है, जो प्रभावित परिवारों को पैकेज राशि और पुनर्वास पैकेज की दर सुनिश्चित करेगी। साथ ही भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हुई इमारतों का सर्वेक्षण किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर गुरुवार को उत्तराखंड वित्त विभाग ने जोशीमठ के लिए 45 करोड़ रुपए जारी किए हैं। इसकी जानकारी उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने दी है। उनका कहना है कि जोशीमठ को लेकर सरकार गंभीरता और तत्परता से कार्य कर रही है। इस राशि से प्रभावितों का विस्थापन से लेकर राहत मुहैया कराई जाएगी। बता दें कि सरकार ने असुरक्षित भवनों को तोड़ने का फैसला लिया है। सबसे पहले जोशीमठ में दो बड़े होटल तोड़े गए हैं। उसके बाद अन्य असुरक्षित भवनों को तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, केंद्रीय संस्थानों के विशेषज्ञों की टीम लगातार जोशीमठ में जमीन और मकानों में आई दरारों का अध्ययन कर रही है, ताकि इस दरारों की असली वजह का पता चल सके। वहीं वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान देहरादून के वैज्ञानिक जोशीमठ में आई दरारों की गहराई का पता लगाने में जुटे हुए हैं।