दिनांक:- 01 अगस्त 2023
🌺 आज का पंचांग 🌺
दिन:- मंगलवार
युगाब्दः- 5125
विक्रम संवत- 2080
शक संवत -1945
अयन – दक्षिणायण (याम्यायण)
गोल – सौम्यायण (उत्तर गोल)
ऋतु – वर्षा
काल (राहु)- पश्चिम दिशा
मास – अधिक श्रावण
पक्ष – शुक्ल पक्ष
तिथि- पूर्णिमा
नक्षत्र – उ.षा.
योग – प्रीति
करण- भद्रा
दिशा शूल- उत्तर दिशा में
🌞सूर्योदय:- 5:24
🌞पाक्षिक सूर्य— पुष्य नक्षत्र में
🌺आज का व्रत व विशेष:- पूर्णिमा व्रत ।
🌹आने वाला व्रत:- श्रीगणेश चतुर्थी (चौठ) व्रत – शुक्रवार ।
🌻🌸 सांस्कृतिक कोश🌸🌻
शकुनि के पिता सुबल थे ।
🌚 राहु काल:- दिन के 3:24 से 5:04 बजे तक ।
🌺🌼 आज का सुविचार🌼🌺
हमेशा अपने क्रिया कलापों पर भरोसा रखें लक्ष्य की प्राप्ति अवश्य होती है ।
1 अगस्त का राशिफल—–
मेष
आज का दिन आपका खुशखबरी से भरा रहेगा। जॉब के लिए यदि प्रयास कर रहे हैं तो आज आपको सफलता मिलने के चांस हैं। साथ ही स्वास्थ्य ठीक रहेगा। परिवार में कोई नया सदस्य आ सकता है। आज आपसी मतभेद दूर होकर परिवार में एक शानदार माहौल देखने को मिलेगा।
वृषभ
आज आपको कार्यक्षेत्र में कुछ परेशानियां महसूस हो सकती हैं। आपके पार्टनर आपके साथ विश्वासघात कर सकते हैं। हो सकता है आपको व्यवसाय में बड़ा नुकसान उठाना पड़े। स्वास्थ्य कारणों से भी मन चिंतित रहेगा। परिवार में अपनों से कुछ बातों पर मतभेद बन सकता है।
मिथुन
आज आप कुछ व्यक्तिगत समस्याओं के कारण परेशान रहेंगे। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी परिवार में आ सकती है। मौसमी बीमारियों से आप और आपका परिवार पीड़ित हो सकता है। साथ ही व्यापार-व्यवसाय में इस समय गिरावट का दौर नजर आएगा। परिवार में कोई दुखद समाचार सुनने को मिलेगा।
कर्क
आज आपका मूड अच्छा रहेगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से आज आपको लाभ महसूस होगा। परिवार या मित्रों के साथ कहीं बाहर घूमने जा सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में ससुराल पक्ष से बड़ी आर्थिक मदद मिल सकती है। जिससे कार्यक्षेत्र में लाभ के योग बनेंगे। परिवार में बहुत दिनों से चल रहा विवाद आज खत्म हो सकता है।
सिंह
आज आप बहुत दिनों से चल रहे काम की टेंशन से मुक्त हो सकते हैं। आपको कोई बड़ा जॉब या व्यापार में बड़ा ऑफर मिल सकता है। जिससे आपका मन प्रसन्नता से भरा रहेगा। परिवार में भी माहौल अच्छा रहेगा। बच्चे और पत्नी के साथ संबंध मधुर रहेंगे। आप नया वाहन खरीद सकते हैं।
कन्या
आज आप अपने किसी विशिष्ट व्यक्ति से मिल सकते हैं, जिससे आपको जीवन में नया मार्गदर्शन मिल सकता है। स्वास्थ्य के चलते आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। व्यापार-व्यवसाय में आज कोई बड़ा परिवर्तन न करें, नहीं तो नुकसान होने के चांस ज्यादा हैं। वाहन आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। परिवार में पैतृक संपत्ति के कारण आपसी झगड़े की स्थिति निर्मित हो सकती है।
तुला
आज आप स्वास्थ्य कारणों के चलते परेशान रह सकते हैं। मौसमी बीमारियों के चलते आप और आपका परिवार बीमारियों से घिर सकते हैं। आज के दिन आप कोई बड़ा निवेश व्यापार-व्यवसाय में न करें। साथ ही बाहर यात्रा आदि पर जाते समय सावधानी बरतें, नहीं तो आर्थिक नुकसान हो सकता है। वाणी पर संयम रखें, वाद-विवाद से दूर रहें। घर में पत्नी से कुछ बातों को लेकर झगड़ा हो सकता है।
वृश्चिक
आज आप अपने लिए कोई मकान या जमीन खरीद सकते हैं। आर्थिक स्थिति में मजबूती देखेंगे। व्यापार-व्यवसाय में लाभ के योग बन रहे हैं। आपको कोई बड़ा ऑफर या बड़ी पार्टनरशिप में हिस्सेदारी मिल सकती है। जिस कारण आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। नौकरी में पदोन्नति मिल सकती है। परिवार में धार्मिक कार्य का आयोजन हो सकता है।
धनु
आज के दिन आप अपने किसी बड़े काम के चलते बाहर की यात्रा पर जा सकते हैं। आज आपको अपने मित्र और परिवार जनों से कार्यक्षेत्र में आर्थिक सहयोग मिल सकता है, जिस कारण व्यवसाय में लाभ के योग बनेंगे। परिवार में पत्नी और बच्चों के साथ आप कहीं बाहर जाने की योजना बना सकते हैं।
मकर
आज आप अपने स्वास्थ्य को लेकर परेशान रह सकते हैं। वाहन आदि के प्रयोग में आज दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। अच्छा होगा वाहन आदि को संभाल कर चलाएं। व्यापार-व्यवसाय में पार्टनरशिप में साथ कार्य कर रहे लोगों पर नजर रखें, नहीं तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। ससुराल पक्ष से कुछ बातों के चलते मनमुटाव की स्थिति बन सकती है।
कुंभ
आज वाहन आदि के प्रयोग में सावधानी बरतें, वरना दुर्घटना हो सकती है। साथ ही व्यापार-व्यवसाय में कोई बड़ी धनराशि किसी को उधार के रूप में न दें, नहीं तो आपको हानि उठानी पड़ सकती है। किसी पर यकायक विश्वास करना आज आपके लिए आत्मघात जैसा होगा। परिवार में पत्नी और बच्चों का किसी से विवाद हो सकता है।
मीन
आज का दिन आपके लिए बहुत अच्छा रहने वाला है। आज आप कोई धार्मिक यात्रा आदि पर जाने की योजना बना सकते हैं। अपने मित्रों या परिवार जनों के साथ आप कहीं बाहर घूमने जा सकते हैं। साथ ही आज आपको काम का कोई बड़ा ऑफर मिल सकता है। परिवार के साथ आज का दिन आपका अच्छा रहने वाला है।
अगर करना है हनुमान जी को प्रसन्न तो जरूर पढ़ें हनुमान चालीसा, जानें इसका लाभ
प्रचलित हैं जिनके पराक्रम की अनगिनत गाथाएं, असीमित बल से परिपूर्ण हैं जिनकी भुजाएं, वो पराक्रमी और सबसे बुद्धिमान हैं, प्रभु श्रीराम के परम भक्त, वो हनुमान हैं। हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। इस दिन सभी हनुमान भक्त पूरी श्रद्धा के साथ उनकी पूजा करते हैं। वैसे तो आप हनुमान जी को कई प्रकार के उपाय करके प्रसन्न कर सकते हैं। लेकिन सबसे आसान उपाय है, हनुमान चालीसा का पाठ करना। यदि आप हनुमान चालीसा का पाठ श्रद्धा के साथ करते हैं तो आपके सारे काम बन सकते हैं…
हिंदू धर्म में हनुमान चालीसा का बड़ा ही महत्व माना गया है। ऐसी मान्यता है कि अगर कोई भक्त हनुमान चालीसा को रात के समय पढ़े, तो हनुमान जी स्वयं आकर उसकी रक्षा करते हैं। साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि ग्रह भी शांत रहता है। हम सभी को बचपन से ही यह सिखाया गया है कि अगर मन अशांत है या किसी प्रकार भय है तो हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
मान्यता है कि रात के समय हनुमान चालीसा का 100 बार पाठ करने से, पापों से मुक्ति मिल सकती है। हनुमान चालीसा को आराम से पढ़ने में लगभग दस मिनट का समय लगता है। अगर हम प्रतिदिन अपनी दिनचर्या में से मात्र दस मिनट हनुमान चालीसा के पाठ के लिए निकाल लें, तो हम हर प्रकार के भय से मुक्त हो सकते हैं…
हनुमान चालीसा:
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।
चौपाई :
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
रामदूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
महाबीर बिक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी।।
कंचन बरन बिराज सुबेसा।
कानन कुंडल कुंचित केसा।।
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।
कांधे मूंज जनेऊ साजै।
संकर सुवन केसरीनंदन।
तेज प्रताप महा जग बन्दन।।
विद्यावान गुनी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर।।
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया।।
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
बिकट रूप धरि लंक जरावा।।
भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचंद्र के काज संवारे।।
लाय सजीवन लखन जियाये।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।।
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।।
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।
नारद सारद सहित अहीसा।।
जम कुबेर दिगपाल जहां ते।
कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।
राम मिलाय राज पद दीन्हा।।
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना।
लंकेस्वर भए सब जग जाना।।
जुग सहस्र जोजन पर भानू।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।
जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।
दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।
राम दुआरे तुम रखवारे।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।
सब सुख लहै तुम्हारी सरना।
तुम रक्षक काहू को डर ना।।
आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हांक तें कांपै।।
भूत पिसाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै।।
नासै रोग हरै सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत बीरा।।
संकट तें हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा।
तिन के काज सकल तुम साजा।
और मनोरथ जो कोई लावै।
सोइ अमित जीवन फल पावै।।
चारों जुग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा।।
साधु-संत के तुम रखवारे।
असुर निकंदन राम दुलारे।।
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।
अस बर दीन जानकी माता।।
राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा।।
तुम्हरे भजन राम को पावै।
जनम-जनम के दुख बिसरावै।।
अन्तकाल रघुबर पुर जाई।
जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।
संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।
जै जै जै हनुमान गोसाईं।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।
जो सत बार पाठ कर कोई।
छूटहि बंदि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
तुलसीदास सदा हरि चेरा।
कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।।
दोहा :
पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।