एक दिन पहले उत्तराखंड के उत्तरकाशी धराली में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। इस प्राकृतिक आपदा में अभी तक चार लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक लापता हैं । उत्तरकाशी के बाद आज हिमाचल प्रदेश में भी आपदा का कहर बरपा। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर स्थित तंगलिंग में बुधवार को बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात हो गए। घटना का एक भयावह वीडियो सामने आया है, जिसमें पहाड़ से चट्टान और मलबे का सैलाब नीचे सड़क पर गिरते दिखा। अचानक आई बाढ़ से कैलाश यात्रा रूट पर दो पुल बह गए। बाकी का रास्ता भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके कारण यात्रा रोक दी गई है। कई श्रद्धालु फंसे हुए हैं। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की टीम ने रस्सी के सहारे 413 तीर्थयात्रियों को बचाया है।
हिमाचल में मंगलवार रात को चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर भी लैंडस्लाइड हुई। सड़कों पर बड़ी-बड़ी चट्टान गिरने से राज्य में 500 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। शिमला, मंडी, सोलन और कुल्लू जिले में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।
वहीं उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली के पास खीर गंगा नदी के ऊपर बादल फटने से बाढ़ आ गई, जिससे वहां स्थित 20-25 होटल और होम स्टे के बहने और 50 लोगों के लापता हैं । सीएम लवपुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर बताया कि राहत और बचाव कार्यों के लिए राज्य आपदा प्रतिवादन बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, जिला प्रशासन की टीम युद्धस्तर पर जुटी हुई हैं। डीएम ने बताया कि इस घटना में अभी तक 4 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, भूस्खलन में सेना के कुछ जवानों के लापता होने की भी खबर है। हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

उत्तरकाशी के धराली गांव की ओर एक पहाड़ी से पानी की तेज धारा बहते हुए कई घरों को बहा ले जाती हुई दिखाई दे रही है, जिसमें भयावह दृश्य सामने आए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किए हैं जिनमें लोग दहशत में चीखते-चिल्लाते सुनाई दे रहे हैं।