हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में आज सुबह हाईकमान ने 62 भाजपा उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की। भाजपा की ओर से जारी की गई इस लिस्ट में हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का नाम गायब था। इसके बाद सीएम जयराम ठाकुर का खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई। लेकिन उसके चंद घंटे बाद ही पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बयान के बाद जयराम ठाकुर खेमे में हलचल मचा दी है। “अनुराग ठाकुर ने कहा कि राज्य में भाजपा भारी बहुमत के साथ दोबारा सरकार बनाने जा रही है लेकिन हिमाचल में पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा इसे हाईकमान ही तय करेगा”। अनुराग के इस बयान से साफ लग रहा है कि धूमल कैंप ने अभी हथियार नहीं डाले। आपको बता दें कि साल 2017 हिमाचल विधानसभा चुनाव में प्रेम कुमार धूमल सुजानपुर से चुनाव हार गए थे। जबकि वह चुनाव प्रेम कुमार धूमल के चेहरे पर लड़ा गया था। उसके बाद आलाकमान ने जयराम ठाकुर को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया था। अनुराग ठाकुर की संगठन और हाईकमान में अच्छी पकड़ के बावजूद भी उनके पिता प्रेम कुमार धूमल को इस बार हिमाचल विधानसभा चुनाव में दरकिनार क्यों किया गया राजनीति के जानकारों को भी समझ में नहीं आ रहा है। बता दें कि प्रेम कुमार धूमल हिमाचल प्रदेश में कद्दावर नेता जाने जाते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर धूमल के 40 साल से भी ज्यादा के राजनीतिक अनुभव को इस बार क्यों दरकिनार किया गया? वहीं दूसरी ओर बुधवार को नामांकन के तीसरे दिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सराज विधानसभा से अपना पर्चा दाखिल कर दिया है। इस दौरान जयराम ठाकुर के साथ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप और हिमाचल बीजेपी के सह प्रभारी देवेंद्र राणा भी मौजूद थे।
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