पश्चिम बंगाल में आज सुबह कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन को एक मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी, जिससे पैसेंजर ट्रेन कंचनजंगा एक्सप्रेस के 3 डिब्बे पटरी से उतर गए। ट्रेन हादसे में अब 15 लोगों की मौत हो गई है जबकि 60 लोग घायल बताए जा रहे हैं। हादसे के बाद राहत व बचाव कार्य लगातार जारी है। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में सोमवार सुबह कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन को एक मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी, जिससे ट्रेन कंचनजंगा एक्सप्रेस के 3 डिब्बे पटरी से उतर गए। यह घटना आज सुबह करीब 8:45 बजे न्यू जलपाईगुड़ी जंक्शन से आगे कटिहार रेलवे डिवीजन के रंगापानी इलाके में हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री अश्विनी श वैष्णव समेत तमाम नेताओं की घटना पर दुख जताया है। दार्जिलिंग में हुए इस हादसे के बाद कई ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। इसके चलते कई ट्रेनों को रद्द किया गया है और 19 ट्रेनों का रूट भी डायवर्ट किया गया है। फिलहाल, रेल कर्मी हादसे के बाद रूट को दुरुस्त करने का काम कर रहे हैं। ये ट्रेनें न्यू जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी जंक्शन से बगडोगरा और अलूबारी रोड रूट पर डायवर्ट कर दी गई हैं।
रेलवे बोर्ड की चेयरमैन के मुताबिक, मालगाड़ी के लोको पायलट ने सिग्नल ओवरशूट किया। जिसके कारण वह कंजनजंगा एक्सप्रेस से टकरा गई। इस हादसे में गार्ड का डिब्बा, जनरल डिब्बा क्षतिग्रस्त हुआ है। आर्मी और NDRF की टीमों ने रेस्क्यू का काम पूरा कर लिया है। रेल रूट के रेस्टोरेशन का काम शुरू हो चुका है।
कौशिक मित्रा ने बताया कि कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन के आखिरी में दो पार्सल और एक SLR कोच लगे हुए थे। इसमें कोई पैसेंजर नहीं था। ट्रेन के 5 डिब्बे क्षतिग्रस्त हुए हैं। 12:40 बजे एक स्पेशल ट्रेन सियालदह के लिए रवाना हो चुकी है। ट्रेन में अधिकतर यात्री मालदा और बोलपुर के हैं। सिंगल लाइन पर ट्रेन सेवा शुरू कर दी गई है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना में जान गंवाने वाले लोगों को 10 लाख रुपए, गंभीर घायलों को 2.50 लाख रुपए और मामूली घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इसके अलावा हादसे में मारे गए लोगों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए मदद का ऐलान किया गया है।