(Nobel prize literature) : पिछले 3 दिनों से दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार नोबेल देने का एलान किया जा रहा है। आज साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार के लिए भारत की भी निगाहें लगी हुई थी। लेकिन भारत को एक बार फिर निराशा लगी। साल 2022 के लिए “लिटरेचर यानी साहित्य” के लिए फ्रांस देश की लेखिका एनी एर्नेक्स दिए जाने का घोषणा की गई। एनी का बचपन बहुत ही कठिनाइयों में बीता। उनके लिखे गए साहित्य में सामाजिक क्षेत्र में परेशानियों का भी वर्णन मिलता है। एनी को नोबेल प्राइज मिलने पर साहित्य जगत में खुशी की लहर है। एनी बहुत आसान भाषा में गंभीर मुद्दों पर बात करती हैं। उनके लेखन में साहस के साथ संवेदना भी नजर आती है। 82 साल की एनी ने करीब 40 किताबें लिखी हैं। इनमें से 90% फ्रेंच में है। कुछ का अंग्रेजी में अनुवाद किया गया। इनमें पैशन सिम्पल, ला पैलेस, द इयर्स, ए फ्रोजन वुमन, हैपनिंग्स और डू वॉट ऑर द एल्स शामिल हैं। एनी का जन्म 1940 में हुआ था और वे नॉर्मंडी के छोटे से शहर यवेटोट में पली-बढ़ी थीं, जहां उनके माता-पिता की एक संयुक्त किराने की दुकान और कैफे था। उनके पारिवारिक हालात खराब थे, लेकिन वो महत्वाकांक्षी थी। उन माता-पिता के साथ उन्होंने खुद को सर्वहारा अस्तित्व से बुर्जुआ तक का जीवन जीया। इस जीवन की यादें उन्हें कभी नहीं भूलीं। अब 10 अक्टूबर को आखिरी अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा। बता दें कि इससे पहले चिकित्सा फिजिक्स और केमिस्ट्री के लिए नोबेल पुरस्कार के नाम का एलान किया जा चुका है।