हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन ने भारी नुकसान किया है। इसके साथ राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी बड़ी चोट पहुंची है। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा- बारिश के कारण भूंतर में बहुत नुकसान हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर आज सुबह कुल्लू में बाढ़ प्रभावितों से मिलने पहुंचे पहुंचे। पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने कहा- बरसात से प्रभावित परिवारों के आंसू देखकर मन पीड़ा से भर गया।
कुल्लू, भुंतर में निरीक्षण के दौरान नुकसान का जायज़ा लिया तो देखा कि लोगों के घरों को बहुत क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा कि यहां प्रभावितों से भी मिलना हुआ, दुःख की इस घड़ी में हम प्रभावित परिवारों के साथ हैं। राज्य सरकार प्रभावितों को यथाशीघ्र सहायता प्रदान करें। मुख्यमंत्री ने कहा नुकसान इतना ज्यादा है कि इसकी भरपाई करना बहुत कठिन है। कई लोग बेघर हुए हैं। यहां ब्यास और पार्वती नदी मिलती है जिसके कराण मुख्य नुकसान हुआ है। मैं इन विषयों को प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के समक्ष रखूंगा। मुझे संतुष्टि है कि क्रेंद्र सरकार की तरफ से पूरी मदद की गई है। आज मुझे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का समय मिला है, मैं उनके सामने ये सारी बातें रखूंगा।
वहीं दूसरी ओर राज्य में बारिश के कारण हुई दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 31 हो गयी है। भूस्खलन और बाढ़ के कारण लगभग 1,300 सड़कें अवरुद्ध हो गईं जबकि 40 बड़े पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के अनुसार अकेले कुल्लू के सैंज क्षेत्र में लगभग 40 दुकानें और 30 मकान बह गए। सुक्खू ने आज कसोल, मणिकरण, खीर गंगा और पुलगा क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। राज्य की कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सतवंत अटवाल ने बताया कि पिछले तीन दिनों में हुई भारी बारिश के कारण 31 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि लाहौल और स्पीति जिले के चंद्रताल में 250 जबकि सिस्सू में 300 और मंडी जिले के कुछ हिस्सों में 300 पर्यटक फंसे हुए हैं।