पूरे देश भर में गर्मी और हीटवेव का कहर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों तक पांच राज्यों में भीषण गर्मी और लू के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है। अब कई राज्यों में गर्मी कहर बरपा रही है। उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में पारा 40 के पार पहुंच चुका है। लेकिन इस बीच मौसम विभाग ने कुछ राज्यों में बारिश और सुहाना मौसम होने की भी भविष्यवाणी की है। आइए जानते हैं पहले इन राज्यों में मौसम विभाग ने दलू और भीषण गर्मी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने 5 राज्यों में लू का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके मुताबिक, पंजाब और हरियाणा में मंगलवार को भीषण लू का प्रकोप रहेगा। बिहार, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में अगले 3-4 दिन गर्मी झुलसाएगी। गर्मी की वजह से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के सारे स्कूल-कॉलेज शनिवार तक बंद रखने का निर्देश दिया है। उत्तर पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कई इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री अधिक रह सकता है। दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान में 18-19 अप्रैल को बारिश हो सकती है।
वहीं ओडिशा, मध्य प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में आंधी और भारी हवाओं के साथ हल्की बारिश की संभावना है। मैदानी इलाकों में कम से कम 40 डिग्री तापमान होने पर लू की घोषणा की जाती है। मौसम विभाग ने जम्मू कश्मीर, लद्दाख में मंगलवार और हिमाचल प्रदेश में 18, 19 अप्रैल को बारिश की संभावना जताई है। उत्तराखंड में 19 अप्रैल को बारिश हो सकती है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। कम से कम अगले चार-पांच दिन दिल्ली-एनसीआर में लू चलने की संभावना नहीं है। आइए जानते हैं हीटवेव क्या है। गर्मी वेव अत्यधिक गर्म मौसम की अवधि है जो आमतौर पर दो या उससे अधिक दिनों तक रहती है। जब तापमान किसी दिए गए क्षेत्र का ऐतिहासिक औसत से अधिक हो जाता है तो उसे गर्म वेव या लू कहते हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, जब क्षेत्र क्षेत्र का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियन तक और पहाड़ी क्षेत्रों का तापमान 30 डिग्री सेलिसियन तक पहुंचता है तो लू चल रही है। यदि तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, तो इसे खतरनाक लू की श्रेणी में रखा जाता है। तटीय इलाकों में जब तापमान 37 डिग्री सेल्सियन हो जाता है तो हीटवेव चलने लगता है। देश में इस समय लू की लहर चल रही है। ऐसे में गर्मियों में होने वाली बीमारियों का खतरा भी मंडराने लगता है। ऐसे में लू से बचाव बहुत जरूरी है क्योंकि अगर जरा सी भी फंस गई तो हिट दुर्घटना, हाइड्रेशन और डायरिया जैसी कई बीमारियों का खतरा गर्मी बढ़ जाती है। बड़ा हो या बच्चा कोई भी हीटवेव से पीड़ित हो सकता है। ऐसे में हीटवेव से बचाव के उपायों को जानना बहुत जरूरी है।
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