केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू का कार्यकाल 6 महीने और बढ़ा दिया है। डॉक्टर संधू इसी महीने जुलाई में रिटायर होने वाले थे। हालांकि पहले से ही अटकले लगाई जा रही थी कि मुख्य सचिव एसएस संधू का केंद्र सरकार कार्यकाल बढ़ा सकती है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि संधू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं। हालांकि संधू के मुख्य सचिव के पद पर कार्यकाल बढ़ाए जाने को लेकर राज्य की
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को मुख्य सचिव बनने के लिए 6 महीने का और इंतजार करना होगा। केंद्र सरकार ने एसएस संधू के मुख्य सचिव के कार्यकाल बढ़ाने को लेकर आदेश भी जारी कर दिए हैं। एसएस संधू को 6 माह का सेवा विस्तार मिला है। डॉ संधू मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लेकर पीएमओ तक विश्वासपात्र अफसर माने जाते हैं। संधू के पिछले साल भी केंद्र में जाने की चर्चाएं थी । हालांकि उत्तराखंड में वह अफसर जो मुख्य सचिव के रिटायर होने का इंतजार कर रहे थे उनके लिए बड़ा झटका है। 1 दिन पहले 20 जुलाई को चीफ सेक्रेटरी डॉक्टर संधू के एक्सटेंशन के आदेश किए गए। 4 जुलाई सन 2021 को पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री पद की कमान संभालते ही केंद्र ने संधू को उत्तराखंड का मुख्य सचिव पद पर नियुक्त किया था। केंद्र में प्रतिनियुक्ति में कार्यरत 1988 बैच के आइएएस डा एसएस संधु ने पांच जुलाई साल 2021 को मुख्य सचिव का पदभार संभाला था। मौजूदा समय में उत्तराखंड में अपर मुख्य सचिव के पद पर 1988 बैच की आईएएस अधिकारी राधा रतूड़ी तैनात हैं। आईएएस कैडर में रतूड़ी सबसे वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं, लेकिन मध्य प्रदेश कैडर की होने के चलते कैडर में बदलाव होने से वह अपने 1988 बैच के अधिकारियों से पिछड़ गई थीं। वर्तमान में रतूड़ी सीएमओ के साथ ही गृह और सचिवालय प्रशासन के लिए अपर मुख्य सचिव के तौर पर सेवाएं दे रही हैं।