शिवसेना प्रमुख को और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को आज केंद्रीय चुनाव आयोग ने बड़ा झटका दिया है। शिवसेना के चुनाव चिन्ह ‘धनुष–तीर‘ को लेकर उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच काफी समय से रस्साकशी चल रही थी। दोनों ही नेता शिवसेना के चिन्ह तीर कमान को लेने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए थे। शनिवार को चुनाव आयोग ने इस पर बड़ा फैसला दिया है। शिवसेना के दोनों धड़ों में से कोई भी अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में शिवसेना के चुनाव चिन्ह तीर कमान का उपयोग नहीं कर सकेगा। चुनाव आयोग ने शनिवार को पार्टी के इस सिम्बल को फ्रीज कर दिया। आयोग ने अपने अंतरिम आदेश में कहा कि दोनों गुटों को दूसरा चुनाव चिन्ह चुनने का विकल्प दिया जाएगा। 8 अक्टूबर को जारी किए गए अपने आदेश में चुनाव आयोग ने कहा है कि शिवसेना ‘धनुष और तीर’ चुनाव चिन्ह के साथ महाराष्ट्र में एक मान्यता प्राप्त राज्य पार्टी है। शिवसेना के संविधान के प्रावधानों के अनुसार, शीर्ष पर स्तर पर पार्टी में एक प्रमुख और एक राष्ट्रीय कार्यकारिणी है। आगे आयोग ने कहा, 25 जून, 2022 को उद्धव ठाकरे की तरफ से अनिल देसाई ने आयोग को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में कुछ विधायकों द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियों के बारे में सूचित किया था। उन्होंने ‘शिवसेना या बालासाहेब’ के नामों का उपयोग कर किसी भी राजनीतिक दल की स्थापना के लिए अग्रिम आपत्ति जताई थी। उन्हें 10 अक्टूबर तक उनमें से एक चिन्ह चुनकर आयोग को बताना होगा। मालूम हो कि सिम्बल का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है।