आज शुक्रवार 28 मार्च साल 2025 म्यांमार और थाईलैंड में शक्तिशाली भूकंप ने हमेशा के लिए गहरे जख्म दे दिए। इन दोनों देशों में जान माल के साथ कई ऊंची-ऊंची इमारतें जमींदोज हो गई। म्यांमार और थाईलैंड की सड़कों में भूकंप के झटकों के बाद बेहद खौफनाक नजारा दिखाई दिया। दोनों देशों में जान बचाने के लिए सैकड़ों लोग डर के मारे भागते हुए दिखाई दिए। देखते देखते ही कई बिल्डिंग भर भर कर गिर गई। म्यांमार और थाईलैंड में आपातकालीन घोषित कर दिया गया है और शोक का माहौल है। म्यांमार 2021 से ही मिलिट्री रूल में चल रहा है, वहां के ज्यादातर इलाकों में सेना का कब्जा है। इस वजह से लोकल रेडियो, टीवी, प्रिंट और ऑनलाइन मीडिया पर काफी सेंसरशिप है। ऐसे में कितना नुकसान हुआ, कितने मरे, यह जानना मुश्किल है। बैंकॉक से एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि हर कोई डरा हुआ है, बच्चे भूखे हैं। घरों के बाहर बैठे हैं। स्थिति बहुत खराब है। प्रधानमंत्री ने आपातकाल की घोषणा की है। कृपया, सभी लोग बैंकॉक के लिए प्रार्थना करें। बैंकॉक और म्यांमार में इमारतें गिर गईं और कई जगहों पर तबाही के दृश्य सामने आए हैं । म्यांमार में 150 लोगों की मौत हुई, जबकि यहां 700 से ज्यादा लोग घायल हैं। वहीं, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में अंडर कंस्ट्रक्शन 30 मंजिला इमारत गिर गई। इस साइट पर 400 लोग काम कर रहे थे। इनमें से 80 लोग लापता हैं, जबकि 3 लोगों की मौत हुई है। म्यांमार के दूसरे बड़े शहर मांडले में बचाव दल के एक कर्मचारी ने बताया कि भूकंप से भारी तबाही हुई है और सैकड़ों लोगों के मरने की आशंका है।
आज शुक्रवार दोपहर म्यांमार में 11:50 बजे 7.7 तीव्रता के भूकंप से कई शहरों में भारी तबाही देखी गई। 30 से 35 मंजिलों के स्वीमिंग पूल से पानी झलकता दिखा। सड़कों पर दोपहिया वाहन और पैदल चल रहे लोग वहीं गिर पड़े। दीवारों पर झूमर, सीनरी झूलती दिखीं। होटल, घर, एयपोर्ट पर लोग डर और जान बचाने के लिए बेहताशा भागते दिखे। म्यांमार में एक के बाद एक चार भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका सबसे ज्यादा असर थाईलैंड पर पड़ा। बैंकॉक में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। 7.7 तीव्रता से लेकर 4.4 तीव्रता के झटकों का असर भारत, बांग्लादेश और चीन तक रहा। थाईलैंड में प्रधानमंत्री ने आपातकाल का एलान कर दिया है। भारत ने भी हरसंभव मदद करने का वादा किया है।
अधिकारियों ने बताया कि बैंकॉक में एक निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत भूकंप के झटकों से भरभराकर ढह गई। सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में एक बहुमंजिला इमारत धूल के गुबार के बीच ढहती नजर आ रही है और वहां मौजूद लोग चीखते-चिल्लाते हुए भाग रहे हैं।

इमारत के मलबे में 40 से अधिक मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। पुलिस ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि वे बैंकॉक के ‘चटुचक मार्केट’ के पास स्थित घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य कर रहे हैं।

वहीं म्यांमार के मंडाले एयरपोर्ट पर मौजूद लोग टेक्सी वे पर ही बैठ गए। इस दौरान कई बिल्डिंग्स जमींदोज हो गई। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में अंडर कंस्ट्रक्शन 30 मंजिला इमारत गिर गई। इस साइट पर 400 लोग काम कर रहे थे। वहीं ग्रेटर बैंकॉक क्षेत्र की आबादी 1.70 करोड़ से अधिक है जिनमें से कई लोग ऊंची इमारतों वाले अपार्टमेंट में रहते हैं। दोपहर करीब डेढ़ बजे भूकंप आने पर इमारतों में अलार्म बजने लगे और घनी आबादी वाले मध्य बैंकॉक की ऊंची इमारतों एवं होटल से लोगों को बाहर निकाला गया। भूकंप इतना शक्तिशाली था कि कुछ ऊंची इमारतों के अंदरूनी हिस्सों में ‘स्वीमिंग पूल’ में पानी में लहरें उठती दिखीं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप को से आई त्रासदी को लेकर एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा, म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और खुशहाली के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। इस संबंध में, हमने अपने अधिकारियों से तैयार रहने को कहा है। साथ ही विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के साथ संपर्क में रहने को कहा है।