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एक बार फिर पुलिस विभाग में ऐसी तस्वीर दिखाई दी जो वर्दी पर भी सवाल खड़ा कर गई। हालांकि ऐसी तस्वीरें पर्दे के पीछे आए दिन होती रहती है। आज बात करेंगे पुलिस कप्तान एसपी की जो अपने जूते बांधने के लिए झुके नहीं और वहां मौजूद एक सिपाही उनके जूते पहनाते हुए फीता बांध रहा है । हम बात करेंगे बिहार के अरवल जिले की। यहां पर एसपी के पद पर मोहम्मद कासिम तैनात हैं। पिछले दिनों गणतंत्र दिवस के मौके पर अरवल एसपी मोहम्मद कासिम हैं, जो सिपाही से अपने जूते का फीता बंधवाते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह तब हुआ जब वह डीएम के साथ तिरंगा को सलामी देने पहुंचे थे। महात्मा गांधी की प्रतिमा पर फूल अर्पित करने के लिए एसपी को अपने जूते उतारने पड़े, जब पहनने की बारी आई तो एक सिपाही उन्हें जूता पहनाकर, फीते बांधने लगा। सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है, लोग पुलिस कप्तान एसपी मोहम्मद कासिम पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मौके पर डीएम जे प्रियदर्शिनी भी थीं। इसलिए लोग उन पर भी निशाना साध रहे हैं।

सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने कहा कि जिस ड्रेस में एसपी थे, उसमें झुकना थोड़ा मुश्किल था तो कई यूजर्स इसे ताकत का इस्तेमाल बता रहे हैं। अब आइए जान लेते हैं अरवल जिला कहां है। अरवल जिला बिहार के मगध मंडल का सबसे छोटा जिला है। ये जिला गया जिले के ठीक उत्तर में स्थित है। बिहार के दक्षिणी भाग में स्थित ये जिला 2001 में जहानाबाद से अलग होकर अस्तित्व में आया। गया मंडल के अन्य जिलों की तरह अरवल भी बिहार के नक्सल प्रभावित जिलों में रहा है। 25 जनवरी 1999 को यहां पर शंकर विगहा नरसंहार हुआ। पूरे राज्य में इसकी खूब चर्चा हुई। तब सीएम राबड़ी देवी सहित अन्य नेता यहां आए थे। उसके बाद अगस्त 2001 में अरवल को जिला बनाया गया। उससे पहले ये जहनाबाद का अनुमंडल हुआ करता था। बता दें कि राजधानी पटना से अरवल जिला मुख्यालय की दूरी करीब 65 किमी है। इस जिले से नेशनल हाईवे 139 होकर गुजरती है।