पिछले दिनों देवभूमि हिमाचल प्रदेश में आई हुई भारी बारिश के बाद जल सैलाब ने पूरे राज्य को तितर-बितर कर दिया था। इसके साथ करोड़ों रुपए का नुकसान भी हुआ है। राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश को एक बार फिर से संवारने के लिए लगे हुए हैं। कल तक जहां उम्मीद थी कि अब हिमाचल में स्थिति सामान्य हो चली है। लेकिन आज एक बार फिर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में प्राकृतिक आपदा ने कहर बरपा दिया। कुल्लू के कायस गांव में सोमवार सुबह फिर बादल फट गया। घटना के बाद आया खौफनाक सैलाब एक बार फिर हिमाचल को बड़ा नुकसान पहुंचा गया है।
बादल फटने से एक की मौत हो गई है और 3 लोग घायल हो गए हैं। इसके साथ कई गाड़ियां भी के सैलाब में फिर बह गईं। दूसरी तरफ कुल्लू के ही खराहल में भी आधी रात को बादल फटा, नाले में बाढ़ से नेउली स्कूल और कई घरों में पानी भर गया। एक गाड़ी भी चपेट में आई है। खराहल घाटी में बादल फटने से यहां के हालात बद से बदतर हो गए हैं।
घाटी में जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। प्रदेश में इस बार मानसून अपने साथ तबाही लेकर आई है। डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि बादल फटने की सूचना मिलते ही टीम मौके पर भेज दी गई है। वहीं, मलबे को हटाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में बाढ़ घटने लगी है। दिल्ली में यमुना नदी का वाटर लेवल लगातार घट रहा है। वहीं उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अब गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। रविवार को हरिद्वार में गंगा का जलस्तर 293.15 मीटर रिकॉर्ड किया गया।