–पं. शंभू नाथ गौतम
बुधवार, 7 दिसंबर को दिल्ली एमसीडी चुनाव नतीजों के बाद आज गुजरात और हिमाचल प्रदेश की बारी है। यह दोनों ही राज्य भाजपा और कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है। गुजरात और हिमाचल प्रदेश में मतगणना शुरू हो चुकी है। अभी पहला रुझान आने में कुछ समय लगेगा। जब तक आइए गुजरात के लिए 27 और हिमाचल प्रदेश के लिए 37 साल आज चुनाव नतीजों के दौरान सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रहा है। बता दें कि गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का गृह राज्य है। गुजरात में भाजपा का लगातार 27 साल से सत्ता चली आ रही है। वहीं करीब डेढ़ साल बाद यानी साल 2024 में लोकसभा चुनाव भी होने हैं। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए पीएम मोदी और अमित शाह गुजरात नतीजे को लेकर टकटकी लगाए हुए हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस 27 साल से गुजरात में भाजपा का चला आ रहा शासन को उखाड़ना जा रही है। इसके साथ आम आदमी पार्टी भी गुजरात चुनाव को लेकर बड़ी उम्मीदें लगाए हुए हैं। अब बात करेंगे हिमाचल प्रदेश के लिए 37 साल क्यों अहम है। बता दे कि हिमाचल में 1985 के बाद कोई भी पार्टी अपनी सरकार रिपीट नहीं कर पाई है। इस बार भाजपा अपनी सरकार को रिपीट करने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं। वहीं एग्जिट पोल्स के बाद हिमाचल का कांग्रेसी खेमा खूब उत्साहित है। कांग्रेस के नेता कभी नहीं चाहेंगे कि आज चुनाव नतीजों में भाजपा की सरकार रिपीट करें और 1985 के बाद का इतिहास दोहराए। हिमाचल में 37 साल पहले कांग्रेस की सरकार थी और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह थे। इस बार सबकी नजर इसी बात पर है कि क्या पहाड़ पर सरकार बदलने का ट्रेंड जारी रहेगा या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे के सहारे भाजपा इस रिवाज को बदलने में कामयाब रहेगी। ऐसे ही गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू एक बार फिर चलेगा या कांग्रेस भाजपा को सत्ता से हटाने में कामयाब होगी? कुछ घंटों बाद ही स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। बता दें कि गुजरात में 182 और हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना शुरू हो गई है। इन दोनों राज्यों चुनाव परिणामों का भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को भी बेसब्री से इंतजार है। बता दें कि बुधवार को दिल्ली नगर निगम चुनाव में मिली जीत के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया उत्साहित हैं।