शुक्रवार शाम यानी 2 दिन पहले ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन त्रासदी से अभी देशवासी उबर भी नहीं पाए थे कि आज दोपहर बाद बिहार में एक और बड़ा हादसा हो गया है। भागलपुर में रविवार को यहां खगड़िया- अगुवानी- सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर बन रहा पुल भरभराकर गिर गया। सबसे बड़ी बात यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। इस हादसे का खौफनाक वीडियो सामने आया है। पुल का शिलान्यास 4 साल पहले सीएम नीतीश कुमार ने किया था। 1717 करोड़ की लागत से बनने वाले पुल का एक हिस्सा दो साल पहले भी गिरा था। सीएम नीतीश कुमार ने जांच के सख्त निर्देश दिए हैं।
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भागलपुर में निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया। यह पुल सिंगला एंड सिंगला कंपनी बना रही थी। निर्माणाधीन पुल के कई पिलरों के 30 से अधिक स्लैब यानी 100 फीट लंबा हिस्सा ध्वस्त हो गया है। भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में बन रहा यह पुल खगड़िया और भागलपुर जिलों को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 2014 को इस सेतु के निर्माण का शिलान्यास किया था। यह पुल के निर्माण का 80% काम पूरा हो चुका था। इससे पहले भी 2022 में तेज हवा के आने से पुल का स्लैब नीचे गिर गया था और इस बार तो पूरा पुल ही ध्वस्त हो गया। बता दें कि खगड़िया की ओर से 16 किलोमीटर और सुल्तानगंज की ओर से चार किलोमीटर लंबे एप्रोच रोड का निर्माण चल रहा है।
इसके बनने से उत्तर बिहार सीधे मिर्जा चौकी के रास्ते झारखंड से भी जुड़ जाता और विक्रमशिला सेतु पर भी वाहनों का दबाव कम होगा। वहीं श्रावणी मेला के दौरान कांवड़ियों को भी खगड़िया से भागलपुर आने के लिए 90 किलोमीटर की दूरी की जगह सिर्फ 30 किमी का सफर करना होता। जेडीयू के विधायक ललित मंडल ने कहा कि ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम लोग उम्मीद लगा रहे थे कि इस साल नवंबर-दिसंबर में इस पुल का उद्घाटन हो जाएगा, लेकिन इस तरह के हादसे हो रहे हैं ये जांच का विषय है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जबतक इसकी इन्क्वारी नहीं हो जाती, तब तक कुछ भी कहना मुश्किल है।
निर्माणाधीन पुल गिरने पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस का एक और नया रूप सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि 2014 में 600-700 करोड़ की लागत वाला पुल करीब 1600 करोड़ की लागत तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि कमीशनखोरी के चक्कर में उच्च अधिकारियों के जरिए पैसे की वसूली की जा रही है। इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए। बिहार की जनता इसे कभी माफ नहीं करेगी।