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पिछले महीने जनवरी में समाजवादी पार्टी के रामचरितमानस को लेकर उठाए गए सवालों पर शनिवार 25 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ विधानसभा सदन में जवाब दिया और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को इसका अर्थ भी समझाया। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस तुलसीदास ने जिस कालखंड में लिखा। उसमें उन्होंने एक ग्रंथ से समाज को जोड़ दिया। मगर आज कुछ लोगों ने रामचरितमानस को फाड़ने का प्रयास किया। जिसकी मर्जी आए, हिंदुओं का अपमान कर दे। अगर किसी और मजहब में हुआ होता, तो सोचिए क्या होता। कहा कि ताड़ना और शुद्र का गलत मतलब निकाला गया। शुद्र का मतलब श्रमिक से और ताड़ना का अर्थ देखभाल से होता है। सीएम योगी ने कहा कि रामचरितमानस की रचना अवधी में की गई है। इसमें अवधी और बुंदेलखंडी के शब्द ‘ताड़ना’ और ‘शूद्र’ का गलत मतलब निकाला गया। उन्होंने कहा कि ‘शूद्र’ का मतलब ‘श्रमिक’ और ‘ताड़ना’ का अर्थ ‘देखना’ होता है । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामचरितमानस की रचना जिस कालखंड में हुई, उस समय महिलाओं की स्थिति क्या थी ये बात किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस अवधी में रची गई। उसके शब्दों का सही अर्थ भी समाजवादी पार्टी वालों को पता है? उन्होंने कहा कि अगर कोई कुछ देखता है तो अवधी में कहा जाता है, ‘क्या ताड़ रहे हो’। उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच नोकझोंक भी हुई।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हर व्यक्ति को गर्व होना चाहिए कि रामचरितमानस यूपी की धरती पर रचा गया है लेकिन हिंदुओं का अपमान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि विरासत में सत्ता तो मिल सकती है लेकिन बुद्धि नहीं मिल सकती है। सीएम योगी ने कहा कि मैं मॉरिशियस में प्रवासी भारतीय के आयोजन में गया। वहां कुछ लोगों से मिला और पूछा कि क्या आपके पास कोई धरोहर है, उन्होंने रामचरित मानस को दिखाया। मैंने पूछा कि आपको पढ़ना आता है? उन्होंने कहा कि हम पढ़ना नहीं जानते, लेकिन यही हमारी विरासत है। हम जानते है कि रामचरितमानस अवधी में रची गई। क्या उसके शब्दों का सही मतलब भी सपा को पता है।

मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा कि तुलसीदास का जन्म चित्रकूट के राजापुर में हुआ था। बुंदेलखंडी में अगर हम बात करेंगे तो ताड़ना शब्द का अर्थ बताइए। देखने से होता है इसका मतलब। उसका गलत अर्थ निकाला गया। ताड़ना का मतलब क्या मारने से होता है क्या? शुद्र का मतलब दलित से नहीं, श्रमिक से है। सपा कार्यालय के बाहर पोस्टर लग रहे हैं। क्या यह सही है? ये कृष्ण की धरती है, संगम की धरती है, राम की धरती है। यहां रामायण जैसे ग्रंथ रचे गए। ऐसे ग्रंथों को जलाया गया। क्या देश-दुनिया में रहने वाले हिंदुओं को अपमानित करने काम नहीं कर रहे हैं। तुलसीदास ने जिस संदर्भ में लिखा उसे समझना चाहिए।