भाजपा हाईकमान ने आखिरकार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री नाम का एलान कर दिया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय होंगे। रायपुर में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगा दी है। भाजपा को आदिवासी क्षेत्रों में अब तक की सबसे बड़ी जीत मिली है। राजनीति में विष्णुदेव साय साफ-सुथरी छवि और लंबी राजनीतिक पारी खेलने वाले बड़े आदिवासी चेहरा हैं।
विष्णुदेव साय अजीत जोगी के बाद छत्तीसगढ़ के दूसरे आदिवासी सीएम हैं। विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ की कुनकुरी विधानसभा से आते हैं। उन्होंने साल 2023 विधानसभा चुनाव में उन्होंने कुनकुरी विधानसभा सीट से कांग्रेस के यू.डी.मिन्ज को 25,541 वोटों से हराया था। विष्णुदेव साय 2020 से साल 2022 में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनावल और बीजेपी के महासचिव दुष्यंत कुमार को छत्तीसगढ़ का पर्यवेक्षक नियुक्त किया था।छत्तीसगढ़ में आदिवासी वोटर काफी निर्णायक माना जाता है। राज्य की 32 फीसदी आबादी आदिवासी है और 29 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित रहती हैं। छत्तीसगढ़ जैसे राज्य को लेकर माना जाता है कि यहां पर बिना आदिवासी वोटर के कोई भी पार्टी सरकार नहीं बना सकती है। बड़ी बात ये भी है कि जिस तरफ भी आदिवासी वोट पड़ता है, उसकी सरकार बनना तय रहता है। इस बार छत्तीसगढ़ चुनाव में जो 29 आरक्षित सीटें रहीं, उनमें से 17 पर बीजेपी ने जीत दर्ज की। पिछली बार इन्हीं सीटों पर पार्टी का सूपड़ा साफ हुआ था। माना जा रहा है कि आदिवासी वोटरों के पाले में आने की एक बड़ी वजह विष्णुदेव साय भी रहे। ऐसे में अब उन्हें सीएम बनाकर पूरे आदिवासी समाज को बड़ा संदेश देने का काम किया गया है।