अब उत्तर प्रदेश के विधानसभा पूरी तरह से हाईटेक हो गई है। अब सदन में कार्यवाही के दौरान किसी भी सत्ता या विपक्ष के किसी भी विधायक या मंत्री के हाथ में कागज नहीं होगा। यानी लखनऊ विधानसभा पूरी तरह पेपरलेस हो गई है। साथ ही इस विधानसभा का पूरी तरह लुक बदल दिया है। यूपी विधानसभा देश की पहली ई-विधानसभा (e-vidhansabha) बन गई है। सदन की हर सीट पर टैबलेट लगाया गया है। 23 मई से शुरू होने वाले यूपी बजट सत्र के दौरान सभी विधायक डिजिटल रूप में नजर आएंगे। आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस नई विधानसभा का उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और विपक्ष के नेता अखिलेश यादव भी मौजूद रहे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब सदन में आपको बहुत मोटा बैग लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। विधायक जब सदन में आते थे तो अपने साथ सहायक को साथ लेकर चलते थे। बहुत बार उनकी सुरक्षाकर्मियों के साथ बहस होती थी कि उनका सहायक बैग लेकर सदन तक उनके साथ जाए। अब ई-विधान के बाद आपका काम सरल हो जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में ई-विधानसभा के क्रियान्वित होने के बाद पूरी विधानसभा को पेपरलेस बनाया जाएगा और सदन के सदस्य टैबलेट का इस्तेमाल करेंगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आज राज्य के ई-विधानसभा के प्रशिक्षण मॉड्यूल का उद्घाटन करने लखनऊ पहुंचे जहां उनका सीएम योगी और विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने स्वागत किया।
सपा की लिस्ट जारी होने के बाद अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश को एक और नया नाम दिया