भारत और कनाडा के बीच छिड़े राजनयिक तनाव के बीच भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। गुरुवार, 21 सितंबर को भारत ने कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवाएं निलंबित की। सरकार ने अगली सूचना तक सेवाएं निलंबित की।
भारतीय मिशन ने यह महत्वपूर्ण सूचना देते हुए बताया कि भारत वीज़ा एप्लिकेशन सेंटर कनाडा का कहना है, “ऑपरेशनल कारणों से 21 सितंबर 2023 से भारतीय वीज़ा सेवाओं को अगली सूचना तक निलंबित कर दिया गया है।
भारत ने गुरुवार को कनाडाई नागरिकों के लिए अपनी वीजा सेवाएं अगले नोटिस तक स्थगित कर दी हैं।भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरंदिम बागची ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कनाडा में हमारे डिप्लोमैटिक यूनिट को धमकियां मिल रही हैं। वे अपना काम नहीं कर पा रहे हैं। यही वजह है कि वीजा सर्विसेज सस्पेंड की गई हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा- हमें काफी समय से पता है कि पाकिस्तान आतंकवाद का मददगार है और उन्हें पैसे भी देता है। वहीं, कनाडा आतंकियों को रहने और उनके मंसूबों को अंजाम देने की जगह दे रहा है। जून में खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता के कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में गिरावट के बीच यह कदम उठाया गया है। कनाडाई नागरिकों के वीजा आवेदनों की प्रारंभिक जांच का काम करने वाली एक निजी एजेंसी ने अपनी वेबसाइट पर सूचना जारी की है कि भारतीय वीजा सेवाओं को अगले नोटिस तक निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल, जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स में अपने बयान में कहा था कि कनाडा की धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या में किसी भी विदेशी सरकार की भागीदारी हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है और यह अस्वीकार्य है। जिसके बाद भारत ने ट्रूडो के आरोपों को बेतुका और निजी हितों से प्रेरित बताकर सिरे से खारिज कर दिया था। इस मामले में कनाडा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित किए जाने के जवाब में भारत ने भी एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया।
बुधवार को कनाडा में रहने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एक एडवाजरी जारी की गयी थी। इसमें कहा गया था कि कनाडा में बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और राजनीतिक रूप से समर्थित अपराधों और हिंसा को देखते हुए वहां मौजूद या जाने का विचार कर रहे भारतीय नागरिकों से अत्यधिक सावधानी बरतने का आग्रह किया जाता है। एडवाजरी में कहा गया कि कनाडा के उन क्षेत्रों और संभावित स्थानों की यात्रा करने से बचें, जहां ऐसी घटनाएं हुई हैं।