उत्तराखंड जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 11 में से 10 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर कब्जा कर लिया है। जबकि एक सीट कांग्रेस के खाते में गई। नैनीताल का परिणाम फिलहाल लंबित है क्योंकि हाईकोर्ट ने चुनाव प्रक्रिया को रोकते हुए पुनः-चुनाव का आदेश दिया है । भाजपा की जीत पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी विजयी प्रत्याशियों को शुभकामनाएं दी है। अब आइए जानते हैं किस जिले से कौन से प्रत्याशी को जीत मिली है।
जीतने वाले प्रत्याशी (जिला अनुसार):
टिहरी: इशिता सजवाण (भाजपा समर्थित निर्दलीय)
उधम सिंह नगर: अजय मौर्य (भाजपा)
चंपावत: आनंद सिंह अधिकारी (भाजपा)
पिथौरागढ़: जितेंद्र प्रसाद (भाजपा)
उत्तरकाशी: रमेश चौहान (भाजपा)
चमोली: दौलत सिंह बिष्ट (भाजपा)
अल्मोड़ा: हेमा गैड़ा (भाजपा)
रुद्रप्रयाग: पूनम कठैत (भाजपा)
पौड़ी: रचना बुटोला (भाजपा)
बागेश्वर: शोभा आर्या (भाजपा)
देहरादून: सुखविंदर कौर (कांग्रेस)
नैनीताल स्थिति:
नैनीताल में कांग्रेस समर्थित सदस्यों के कथित अपहरण और हिंसा की घटनाओं के कारण हाईकोर्ट ने चुनाव रद्द कर पुनः-चुनाव कराने का निर्देश दिया है ।
नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष पद के नतीजे निरस्त किया गया है, जबकि हरिद्वार जिले में पंचायत चुनाव नहीं हुए हैं।
उत्तराखंड में 11 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्षों का निर्वाचन हो चुका है। नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावके दौरान हिंसा और बवाल के कारण हाईकोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा जिसके बाद अब यहां दोबारा चुनाव होगा। हाईकोर्ट ने यहां 18 अगस्त को दोबारा चुनाव कराने का आदेश दिया है। कांग्रेस की ओर से जिला पंचायत सदस्यों के अपहरण होने के आरोप को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जिसके बाद हाईकोर्ट ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को दोबारा करने का आदेश दिया है।

हाईकोर्ट लापता हुए जिला पंचायत सदस्यों का अभी तक पता नहीं लगने से नाराज है। इस मामले में एसएसपी ने कहा कि उन्होंने प्रकरण से संबंधित कोई वीडियो नहीं देखा है। जिला निर्वाचन अधिकारी व डीएम वंदना ने हाई कोर्ट में कहा, कि राज्य निर्वाचन को सिफारिश भेजी जा रही है। एसएसपी को सदस्यों को अगवा करने वालों पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। सोशल मीडिया में घटनाक्रम के वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं।
बता दें कि नैनीताल में गुरुवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के दौरान जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा गुंडागर्दी करके उनके सदस्यों की किडनैपिंग कर रही है। वायरल वीडियो में कुछ सदस्यों को जबरन माल रोड से टाकर ले जाते हुए देखा जा सकता है। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने हाईकोर्ट का रुख किया। हाईकोर्ट ने पुख्ता सुरक्षा के बीच मतदान कराने और किडनैप हुए सदस्यों का पता लगाने के लिए एसएसपी को निर्देशित किया। कोर्ट ने पुलिस सुरक्षा में सदस्यों को मतदान करने के निर्देश दिए। कोर्ट के निर्देशों के बाद भारी पुलिस बल दो वाहनों में 10 सदस्यों को लेकर जिला पंचायत कार्यालय पहुंचा। जहां गहमा गहमी के बीच पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सदस्यों ने मतदान किया। लेकिन 5 सदस्य, डिकर सिंह मेवाड़ी, प्रमोद सिंह, तरुण कुमार शर्मा, दीप सिंह बिष्ट और विपिन सिंह वोटिंग के लिए नहीं पहुंच सके। माना जा रहा है कि इन्हीं 5 सदस्यों की किडनैपिंग की गई है। इसके बाद हाईकोर्ट ने 18 अगस्त को दोबारा चुनाव का आदेश दिया यहां जिला पंचायत के कुल 27 सदस्य हैं। 12 सदस्य हंगामे से पहले मतदान कर चुके हैं। माना जा रहा है कि ये भाजपा समर्थित सदस्य हैं। कांग्रेस का दावा है कि उनके पास 15 सदस्यों का समर्थन हासिल है। जिनमें से 5 सदस्यों को किडनैप किया गया।
मुख्यमंत्री धामी ने विजयी भाजपा प्रत्याशियों को जीत की दी बधाई
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन नवनिर्वाचित भाजपा-समर्थित जिला पंचायत अध्यक्षों—दौलत सिंह बिष्ट (चमोली), रचना बुटोला (पौड़ी), हेमा गैड़ा (अल्मोड़ा), पूनम कठैत (रुद्रप्रयाग), शोभा आर्या (बागेश्वर)—को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने इसे जनता के विश्वास और सरकार के विकास एजेंडों की सफलता के रूप में देखा है ।